Thursday, November 21, 2024
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सदस्‍यता अभियान में भी सपा को चुनौती देगी भाजपा, अपने हर कार्यकर्ता को द‍िया 750 सदस्‍य बनाने का टारगेट

SI News Today

बीजेपी यूपी में अपनी जीत के बाद जड़ों को मजबूत करने में जुट गई है। भारतीय जनता पार्टी अपने mass contact programme यानी सदस्‍यता अभियान के तहत बुधवार यानी 10 मई से शताब्दी अल्पकालीन विस्तारक हर घर तक दस्तक देने पहुंचेगे।  यह विस्तारक प्रतिदिन 50 नए सदस्य बनाकर 15 दिन में 750 लोगों को भाजपा से जोडेगें। इस प्रोग्राम के तहत भाजपा के प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक ने आज यहां बताया कि जिला कार्यसमिति बैठक उन्होंने कहा कि कल 10 मई से 25 मई तक जनसम्पर्क अभियान के तहत प्रदेश के 13091 सेक्टरों पर 15 दिन विस्तारक प्रवास करेंगें।

पाठक ने ये बातें पंडित दीन दयाल उपाध्याय जन्मशताब्दी साल में जनसेवा के दायित्व के तहत 20 हजार विस्तारक यानी होल टाइमर प्रदेश के 13091 सेक्टरों में 15 दिन प्रवास करेंगें। मंडल स्तर से ऊपर के कार्यकर्ता शताब्दी अल्पकालिक विस्तारक के रूप में सेक्टरों पर जाकर टोल फ्री नम्बर 18002661001 पर मिस्ड काल से प्रतिदिन 50 नए भाजपा सदस्य बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अपना मंडल छोड़कर किसी दूसरे मंडल के सेक्टर पर निवास करते हुए 15 दिन में 750 लोगों को भाजपा से जोडेंगे। इस तरह निकट भविष्य में प्रदेश में 13091 सेक्टरों पर 98 लाख से अधिक लोग भाजपा परिवार के सदस्य भविष्य में बनने की उम्मीद है।

पाठक ने कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी के राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक चिंतन से ही सबका साथ-सबका विकास सम्भव है। एकात्ममानववाद का विचार है। शताब्दी अल्पकालीन विस्तारक ग्राम चौपाल, छात्रों से चर्चा, लोक कलाकारों के साथ सांस्कृतिक संध्या, कैशलेस प्रशिक्षण, स्वच्छता अभियान जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से जनसम्पर्क करेगें। पाठक ने कहा कि 15 दिवसीय जनसम्पर्क अभियान में विस्तारक बूथ समितियों के साथ बूथ पर रहने वाले प्रत्येक कार्यकर्ता के घर पर भाजपा का झण्डा लगायेगें तथा मेरा घर भाजपा का घर लिखा हुआ स्टीकर भी चिपाकायेंगें।

शताब्दी अल्पकालीन विस्तारक केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों की सूची भी तैयार करेगें तथा युवाओं के बीच मोदी एप एवं भीम एप का प्रजेंटेशन करके सोशल मीडिया का उपयोग करने वालो से भी सम्पर्क करेगें। बकौल पाठक कि पं. दीन दयाल उपाध्याय के राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक चिंतन से ही सबका साथ-सबका विकास संभव है।

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