आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के गुरुवार को दिए बयान के बाद विवाद पैदा हो गया है। दरअसल कुछ लोग अपनी समस्या लेकर मुख्यमंत्री से मिलने आए थे। इस दौरान सीएम ने कहा, “अगर तुम्हें मेरा प्रशासन पसंद नहीं है तो सरकार द्वारा दी जा रही पेंशन मत लो। ना ही मेरी सरकार द्वारा बनवाई गई सड़क पर चलो।” हालांकि उन्होंने अपनी पार्टी के नेताओं से इन लोगों की समस्या के बारे में जानने को भी कहा। उन्होंने कहा, “पता लगाओ कि सरकार द्वारा इतनी सुविधाएं दिए जाने के बाद भी इन्हें क्या परेशानी है।”
उन्होंने अपने पार्टी नेताओं को सिर्फ विकास के नाम पर वोट मांगने को कहा। उन्होंने कहा कि वो भी चाहें तो एक वोट के लिए 5000 रुपए दे सकते हैं लेकिन यह उनके उसूलों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि वह राजनीति में ईमानदारी के साथ रहने में विश्वास रखते हैं, नाकि विपक्ष की तरह पैसों से वोट खरीदते हैं। उन्होंने नंदयाल गांव के लोगों से पूछा, “आप लोग क्यों भ्रष्ट राजनेताओं से पैसे लेकर उन्हें वोट देते हो। 500 या 1000 रुपए से आपका भविष्य नहीं बदल जाएगा।”
सीएम नंदयाल स्थित गेस्ट हाउस पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान चंद्रबाबू नायडू ने जिला स्तर के अधिकारियों से नन्दयाल को एक स्मार्टसिटी के रूप में परिवर्तित करने के निर्देश दिए। उन्होंने ज्वाइंट कलेक्टर प्रसन्न वैंकटेश को इस योजना का कार्यभार संभालने को कहा।