कर्नाटक के बेंगलुरू में रविवार को तालाब में डूबकर एक छात्र की मौत हो गई। वह जब डूब रहा था, तो उसके साथी आगे सेल्फी लेने में मशगूल थे। मौज-मस्ती में उन्हें तब तो घटना नहीं पता लगी। बाद में फोटो में साथी को डूबते देखा, तो वे हैरान रह गए। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पड़ताल की और लाश बरामद की। वहीं, मृतक के घर वालों ने कॉलेज प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शिकायत दी है।
विश्वास जी (17) यहां जयनगर के नेशनल कॉलेज का छात्र था। वह दक्षिणी बेंगलुरू के हनुमंत नगर में रहता था और घर में बड़ा बेटा था। उसके पिता गोविंद राजू ऑटो चलाते हैं। मां घर का काम संभालती हैं। रविवार को वह बेंगलुरू से 40 किमी दूर रामनगर जिले के कनकपुर में रवागोंदलू बेट्टा में अपने एनसीसी कैडेट्स साथियों संग पिकनिक मनाने गया था। वे सभी पानी में नहा रहे थे और सेल्फियां ले रहे थे। तभी वह पीछे डूब रहा था। मौके पर उसके साथियों का इसका पता न लगा।
घटना के बाद सेल्फी लेने वालों में से एक छात्र ने बताया कि तैरने के बाद वे लोग मंदिर जा रहे थे। उन लोगों को पता ही नहीं चला था कि विश्वास उनके साथ नहीं है। जब फ्रेम में सेल्फी पर नजर पड़ी, तो उसमें उन्होंने वह डूबते दिखाई दिया। फौरन एनसीसी यूनिट प्रोफेसर गिरीश और बाकी साथियों को इस बारे में बताया, लेकिन विश्वास का कोई अता-पता नहीं था।
पुलिस ने कहा कि प्रोफेसर गिरीश मौके पर थे, लेकिन कॉलेज प्रशासन का दावा है कि छात्रों के साथ कोई भी फैकल्टी का सदस्य नहीं था। पुलिस ने साढ़े तीन के आसपास विश्वास की लाश बरामद की और उसके घर वालों को इसकी जानकारी दी। रामनगर जिले के एसपी रामेश बनोथ ने बताया कि छात्र मौके पर एनसीसी इंचार्ज प्रोफेरस गिरीश के साथ आए थे। जब कि घटना तब हुई, जब छात्र सेल्फियां ले रहे थे।
सोमवार को उसकी लाश के साथ घर वालों ने कॉलेज के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने कॉलेज की फैकल्टी में एनसीसी यूनिट के प्रोफेसर गिरीश और शरथ पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। कॉलेज प्रबंधन के इस मामले में उचित कार्रवाई किए जाने के आश्वासन पर घरवालों का प्रदर्शन थमा।
पुलिस की मानें तो जयनगर के ये 25 छात्र (सभी एनसीसी कैडेट्स) पहाड़ी पर चढ़ाई के लिए आए थे, जहां स्थानीय ग्राम पंचायत का दिशा-निर्देश वाला बोर्ड भी लगा था। उसमें लिखा था कि यहां पानी में जाना मना है। फिर भी वे लोग पानी में नहाने गए। मृतक के पिता ने कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ लापरवाही का आरोप लगाते हुए शिकायत दी है। पुलिस ने इस आधार पर इसे अप्राकृतिक मौत के तौर पर दर्ज किया है। साथ ही कहा है कि अगर लापरवाही की बात सामने आई, तो कॉलेज के खिलाफ मामला दर्ज होगा।