भ्रष्टाचार के मामले में कारावास की सजा भुगत रहीं एआईएडीएमके की नेता वी के शशिकला के रिश्तेदारों और उनके कारोबारी सहयोगियों और नजदीकी अधिकारियों के घरों पर आयकर विभाग ने रविवार (12 नवंबर) को चौथे दिन भी की तलाशी अभियान जारी रखा। शशिकला तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता की सबसे करीबी थीं और वह दशकों तक उनके साथ रहीं। आयकर विभाग की इस छापेमारी में करीब 6 करोड़ रुपये नकदी बरामद हुई है। इसके अलावा 8.5 किलो सोने के जेवरात और संपत्ति के कागजात भी बरामद हुए हैं। हालांकि, इस संबंध में विभाग के अधिकारी अभी कुछ नहीं बता रहे हैं, लेकिन अपुष्ट सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग के अधिकारियों ने ये सामान जब्त किए हैं। इतना ही नहीं शशिकला के कई कॉलेज भी हैं, जिन्हें उनके भाई संचालित करते हैं। अफसरों को उसके दस्तावेज भी मिले हैं।
अधिकारियों ने बताया कि विभाग को शशिकला से जुड़े लोगों और कंपनियों की ओर से इस साल आयकर रिटर्न दाखिल किए जाने का इंतजार था। दाखिल रिटर्न में दिए आंकड़ों के आधार पर आयकर विभाग कर चोरी का पता लगाने के लिए तहकीकात कर रहा है। एक आयकर अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि कागजातों की जांच और स्पष्टीकरण मिल जाने पर उनसे कर की मांग की जाएगी। ये तहकीकात नोटबंदी के बाद शशिकला और उसके भतीजे टी.टी.वी. दीनाकरन से संबंधित नकली कंपनियों के जरिए अप्रत्याशित नकदी इकट्ठा किए जाने की बात प्रकाश में आने के बाद की जा रही है। दिनाकरन एआईएडीएमके के एक धड़े का प्रमुख है।
अधिकारी के मुताबिक, भारत में आय से अधिक धन के स्रोतों की जांच आयकर विभाग करेगा, जबकि विदेशी स्रोतों की खोजबीन दूसरी एजेंसियां करेंगी। उन्होंने कहा, “हमें नकली कंपनियों की जानकारी है और उनके ऑपरेशन यानी संचालन के बारे में हमारी पड़ताल चल रही है।” उनका कहना था कि जब्त कागजात से प्राप्त आंकड़ों का मिलान करने के बाद ही तहकीकात में सामने आए लोगों व कंपनियों के बैंक खातों को जब्त करने का फैसला किया जाएगा।
गुरुवार को 1,800 आयकर अधिकारियों की टीम ने 187 परिसरों में छापेमारी की, जिनमें लोगों के आवास, दफ्तर और फार्महाउस शामिल हैं। जिन जगहों पर छापेमारी की गई, उनमें थंजावुर स्थित शशिकला के पति एम. नटराजन का आवास, जयललिता का कोडानाड टी इस्टेट, जैज सिनेमाज, मिडास डिस्टिलरीज, शारदा पेपर एंड बोर्डस, सेंथिल ग्रुप ऑफ कंपनीज और कोयंबटूर स्थित नीलगिरि फर्नीचर, जया टीवी, नमधु एमजीआर और तमिलनाडु, पुडुचेरी, हैदराबाद और बेंगलुरू स्थित कई परिसर शामिल हैं।
बता दें कि इन अधिकारियों ने जिन टैक्सियों का इस्तेमाल शशिकला के ठिकानों तक पहुंचने के लिए किया था उन सब पर श्रीनि वेड्स माही की शादी का स्टीकर लगा हुआ था। ताकि उनकी गोपनीयता बरकरार रह सके।