अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति( अत्याचार निवारण) कानून के प्रावधानों को‘‘ हल्का’’ करने के खिलाफ यहां हुए प्रदर्शनों के दौरान5,000 से अधिक लोगों पर हंगामा करने और सार्वजनिक और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने कल कहा कि पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत 285 लोगों को नामजद किया गया हैजबकि 5000 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज किए गए.
शहरी इलाकों में 43 स्थानों की हुई पहचान
अभी तक 32 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है और अन्य को गिरफ्तार करने के लिए छापे मारे जा रहे हैं. अधिकारी ने कहा कि अभी तक पुलिस ने जिले के शहरी इलाकों में 43 स्थानों और ग्रामीण इलाकों में 17 स्थानों की पहचान की है जो अत्यधिक संवेदनशील हैं जहां प्रदर्शनकारी दोबारा शांति भंग कर सकते हैं. इन स्थानों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. कृष्ण ने बताया कि दो अप्रैल को हुए प्रदर्शनों के दौरान घायल हुए नौ पुलिसकर्मियों का इलाज चल रहा है.
यूपी के मेरठ और आगरा में विरोध का दिखा असर
उत्तर प्रदेश के आगरा और मेरठ में भारत बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली-देहरादून हाइवे पूरी तरह से बंद कर दिया है. यहां प्रदर्शनकारियों ने 2 बसों में आग लगा दी है. इसके अलावा दलित प्रदर्शनकारियों ने मेरठ में कंकरखेड़ा थाने की शोभापुर पुलिस चौकी में आग लगा दी है. आगरा में भी भारी संख्या में दलित प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए हैं. यूपी के सभी जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. प्रमुख सचिव गृह ने सभी जिलों के डीएम और एसपी को आदेश जारी किया है. आगजनी व तोड़फोड़ से निपटने में सख्ती बरतने का आदेश है.
राज्यसभा में राजनाथ ने दी सफाई
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को लोकसभा में बयान दिया. विपक्ष के हंगामे के बीच राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार ने एससी/एसटी एक्ट में कोई बदलाव नहीं किया है और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद देशभर में गुस्से का माहौल है.