लखनऊ|
68500 शिक्षक भर्ती के लिए होने वाली लिखित परीक्षा के खिलाफ TET पास शिक्षामित्र और बीटीसी प्रशिक्षु मा0 कांशीराम इको गार्डेन पार्क में धरना दे रहे है। आपको बता दे कि @SCJudgments के बाद जब शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द हो गया था उसमें एक लाख 37 हजार सहायक अध्यापक बन चुके शिक्षामित्रो को कोर्ट के आदेश के बाद इनका समायोजन रद्द कर दिया गया था। इसके बाद योगी सरकार ने उक्त 1 लाख 37 हजार पदों को भरने के लिये पुनः वैकेंसी निकाली है, जिसमे 68500 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के लिये लिखित परीक्षा लगा दिया है जो 12 मार्च को ही होनी थी लेकिन TET 2017 का विवाद कोर्ट में चल रहा था कि उसी दौरान 6 मार्च को लखनऊ कोर्ट ने परीक्षा रोकने का आदेश दे दिया। जिसके कारण परीक्षा नही हो सकी। अब जब TET विवाद का निस्तारण लखनऊ कोर्ट द्वारा कर दिया गया है। तो बीटीसी और शिक्षामित्र TET पास अभ्यर्थी यह मांग कर रहे है कि TET परीक्षा बहुविकल्पीय होने के बावजूद इतना विवाद हुआ कि इसके निस्तारण में करीब 7 माह लग गया है।
अब योगी सरकार 68500 शिक्षक भर्ती के लिये लिखित परीक्षा करायेगी तो बहुत विवाद होगा क्योकि लिखित परीक्षा में जब सभी प्रश्नों का उत्तर सभी परीक्षार्थी अपने अपने ढंग से लिखकर देगे तो बहुत विवाद होगा। उपर से इस लिखित परीक्षा को पास करने के लिये सरकार ने जो 40 और 45 प्रतिशत अंक लाना सभी परीक्षार्थी को अनिवार्य कर दिया है। अब ऐसे में जो परीक्षार्थी इस परीक्षा में फेल होंगे वह पुनः कोर्ट की शरण लगे और भर्ती प्रक्रिया पुनः वर्षो के लिये रुक जायेगी।इसलिए हम सभी टेट पास शिक्षामित्र और बीटीसी प्रशिक्षुओं ने लिखित परीक्षा का विरोध कर रहे है। इनका कहना है योगी सरकार को इनके अधिकारी भ्रमित कर रहे । माननीय योगी जी ने 1 लाख 37 हजार भर्ती एक साथ करते तो उतने तो टेट पास आवेदक ही नही होंगे क्योकि 68500 लिखित परीक्षा में जो फ़ार्म भरा गया है उसमें केवल 1 लाख 20 हजार फ़ार्म भरे गये है। जिसमे से 12460 शिक्षकों के लिए जो भर्ती हो रही है वह भी इसी 68500 लिखित परीक्षा में फ़ार्म हुये थे। जिनकी नियुक्ति हो जाने के बाद महज 1 लाख 7 हजार ही आवेदक बचेंगे। इस प्रकार यदि माननीय मुख्यमंत्री महोदय जो अगली 68500 की भर्ती निकालेंगे उसमे बहुत सारी सीटे ही खाली रह जायेगी क्योकि उतने टेट पास आवेदक ही नही मिलेंगे। इसलिए इस लिखित परीक्षा का अब कोई औचित्य नही है । वही इन्होंने कहा कि किसी भी अन्य राज्य में टेट पास होने के बाद कोई परीक्षा शिक्षक भर्ती में नही हो रही है फिर माननीय योगी जी क्यों ऐसा कर रहे है। माननीय मुख्यमंत्री जी को पता ही नही है कि इस परीक्षा के बाद कितना विवाद होगा। इसी बात को लेकर हमलोग माननीय कांशीराम इको गार्डेन पार्क लखनऊ में शांतिपूर्ण ढंग से धरना दे रहे है कि यह परीक्षा माननीय योगी जी न कराकर हमलोगों के लिए सरकार जो 68500 शिक्षक भर्ती करना चाहती है उसे 12460 की जो शिक्षक भर्ती प्रक्रिया चल रही उसी तर्ज पर पूरा करे।इस प्रकार प्रदेश के सरकारी स्कुल में पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ नही होगा।
क्योकि यही एक रास्ता है इस भर्ती को जल्द पूरा करने का, यदि @UPGovt वाकई भर्ती करना चाहती है तो जल्दी और आसानी से भर्ती करने का एक ही तरीका है कि सरकार बिना परीक्षा कराये भर्ती पूरा करे। अन्यथा इस लिखित परीक्षा में पास होने के लिये जो अनिवार्यता है उसमें जितने परीक्षा देने वाले परीक्षार्थी है। उसमे परीक्षा होने के बाद जितने लोग परीक्षा में फेल होंगे वो अवश्य कोर्ट का शरण लेगे और भर्ती प्रक्रिया पुनः एकबार फिर रुक जायेगी। और अगले वर्ष लोकसभा का चुनाव भी है यदि #UPCM श्री #YogiAdityanath और @narendramodi सरकार चाहती है कि लोकसभा चुनाव में हम युवा इनका साथ दे, तो इस भर्ती को जल्द बिना परीक्षा कराये पूरा करें। अन्यथा हमलोग अनिश्चित कालीन यही धरना देंगे और अपना सामूहिक उपवास व मुंडन करवाने को बाध्य होंगे।