9 to 14 year old boys committed rape against 8-year-old girl.
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देहरादून।
आने वाली पीढ़ी किस दिशा में जा रही है। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से 25 किमी दूर साहसपुर में सामूहिक दुष्कर्म का एक ऐसा मामला आया है जिसमे अपराधी कोई बालिग शातिर अपराधी नहीं बल्कि नाबालिग थे जिनकी उम्र महज 9 से 14 साल है। इन नाबालिगों ने एक पोर्न फिल्म देखने के बाद बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया है।बच्ची से दुष्कर्म के आरोप में 5 नाबालिगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने बताया कि सभी की उम्र मात्र 9 से 14 साल की है, वे सभी मजदूर परिवारों से हैं और कक्षा 6 और 9 के छात्र हैं। आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि घटना के दो दिन पहले उन्होंने फोन में पोर्न फिल्म देखी थी। घटना के दिन बच्ची के माता-पिता घर पर मौजूद नहीं थे। लड़की पांचवीं कक्षा की छात्रा है और चार भाई-बहनों और माता-पिता के साथ रहती है। उन्होंने कहा कि लड़की घर में खेल रही थी, जबकि उसके माता-पिता कुछ काम के लिए बाहर गए थे। उसी दौरान ये लड़के आए और उन्होंने बच्ची को चॉकलेट देने का झांसा दिया। इसके बाद वे बच्ची को 10 साल के आरोपी के घर ले गए। पुलिस ने कहा कि उनमें से एक घर के मुख्य दरवाजे पर खड़े होकर निगरानी की, जबकि अन्य ने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया।
पुलिस के मुताबिक वारदात के बाद बच्ची गुमसुम थी। उसने रात का खाना भी नहीं खाया। ये देख मां को कुछ संदेह हुआ। उन्होंने बार-बार पूछा तो बच्ची ने पूरी बात बताई। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। वारदात के तरीके के बारे में सुनकर कोर्ट भी हैरान है कि 9से 14 साल के बच्चे ऐसा जघन्य अपराध कैसे कर सकते हैं। पांचों नाबालिग आरोपितों को किशोर न्याय बोर्ड के प्रमुख मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने के बाद बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। अदालत ने अपने आदेश में कहा कि इतनी कम उम्र में बच्चों ने जिस योजनाबद्ध तरीके से जघन्य अपराध किया है, वह क्षम्य नहीं है। इतने छोटे बच्चों की ऐसी सोच, इससे इंगित हो रहा है कि समाज किस गलत दिशा में जा रहा है। आरोपितों के बयानों से हैरान अदालत ने अभिभावकों को न केवल चेताया, बल्कि उनका फर्ज भी याद दिलाया।