दिल्ली के मयूर विहार फेस 3 के एल्कॉन पब्लिक स्कूल की एक छात्रा का खुदकुशी करने का मामला सामने आया है। छात्रा की उम्र 15 साल बताई जा रही है जो की 9वीं कक्षा कि छात्र थी। परिवार का आरोप है कि परीक्षा में कम नंबर आने और उसके साथ स्कूल में उत्पीड़न किए जाने की वजह से उसने खुदकुशी कर ली। बताया जा रहा है कि स्कूल में छात्रा को इतना परेशान किया गया कि उसने डिप्रेशन में आकर जान देती। स्कूल के प्रिंसिपल का कहना है कि स्कूल में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है।
जिसके बाद टीचर्स के खिलाफ अंडर सेक्शन 306 और 506 IPC और पोस्को एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था। आगे मामले की जांच की जा रही है। नोएडा के एसपी अरुण सिंह के मुताबिक मामले की इन्वेस्टिगेशन की जा रही है। इस मामले के मीडिया में आते ही नोएडा के SSP ने जांच अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है। नोएडा सेक्टर 24 के एसएचओ अखिलेश त्रिपाठी ने बताया कि कॉन्स्टेबल क्लर्क निरपेंदर को गलत IPC धाराओं के तहत केस दर्ज करने के चलते सस्पेंड किया गया है। बता दें कि बच्ची के पिता ने दो स्कूल टीचरों पर उत्पीड़न और छात्रा को जानबूझकर परीक्षा में फेल करने का आरोप लगाया था।
बच्ची के पिता का कहना है कि उसने हमें बताया कि SST के टीचर ने उसे गलत तरीके से छूआ था। क्योंकि मैं खुद भी एक टीचर हूं मैंने उसे कहा कि हो सकता है गलती से टीचर ने तुम्हें छूआ हो। लेकिन उसने कहा कि वो बहुत डरी हुई है वो परीक्षा में कितना भी अच्छा लिखेगी वो लोग उसे फेल की कर देंगे। और आखिर में उसे SST में फेल ही कर दिया गया। जिसके बाद वो इतने दबाव में आ गई कि उसने जान दे दी।
बच्ची की खुदकुशी की सूचना मिलते ही उसे कैलाश हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया। कैलाश हॉस्पिटल की डॉक्टर ने कहा है कि जब बच्ची को यहां ला गया तब उसकी पल्स और बीपी रिकॉर्ड नहीं हो पाया। हमने उसे बचाने की बहुत कोशिश की लेकिन हम नहीं बचा पाए। पोस्टमार्टम के बाद ही मौत का असली कारण पता चलेगा।