आतंकी मन्नान वानी को पकड़ने के लिए सेना और पुलिस का संयुक्त अभियान तेज हो गया है. सेना ने पूरे इलाके की घेराबंदी करके सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है. एक-एक घर की तलाशी ली जा रही है. सेना ने इलाके की इंटरनेट सेवाएं भी स्थगित कर दी हैं. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने वानी को सरेंडर करने की अपील की है.
इंटरनेट सेवा रद्द
कुछ माह पहले आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन में शामिल हुए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के शोध छात्र मन्नान वानी को पकड़ने के लिए कुपवाड़ा में सुरक्षा बलों ने घेरबंदी की हुई है. सोपोर में भी सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है. आतंकी को पकड़ने के लिए सेना हर तरफ से दबिश दे रही है. इलाके की इंटरनेट सेवाएं रद्द कर दी गई हैं.
उमर अब्दुल्ला की अपील
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आतंकी मन्नान वानी को सरेंडर करने की अपील की है. उन्होंने एक ट्वीट संदेश में मन्नान वानी को आत्मसमर्पण करने की अपील की है.
AMU का छात्र बना आतंकी
उधर, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुला ने वानी से सरेंडर करने की अपील की है. कुछ दिन पहले ही प्रतिबंधित संगठन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन ने वानी के आतंकी संगठन में शामिल होने की पुष्टि की थी. मन्नान वानी कुपवाड़ा जिले के ताकीपुरा गांव का रहने वाला है. वानी की सोशल मीडिया पर तस्वीरें डाली थीं. तस्वीरों में वह हाथ में एके-47 राइफल लिए नजर आ रहा था. वानी के पिता प्राध्यापक हैं और उसका भाई इंजीनियर है.
जनवरी से था लापता
उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के लोबाब इलाके का रहने वाला वानी पिछले हफ्ते लापता हो गया था. उसे छह जनवरी को दिल्ली से घर लौटना था. सोशल मीडिया पर एके-47 राइफल के साथ उसकी तस्वीर सामने आने के बाद खबरें आ रही थीं कि शायद वह आतंकवादी संगठन में शामिल हो गया है जिसके बाद एएमयू ने 26 वर्षीय इस शोध छात्र को निष्काषित कर दिया था.
AMU से निष्कासित
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के अधिकारियों ने वानी को निष्कासित कर दिया था. इस छात्र के बारे में ऐसी खबरें मिली थीं कि वह कथित रूप से आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया है. अधिकारियों के अनुसार छात्र का नाम मन्नान बशीर वानी (26) है और यह भूगर्भ विज्ञान (जियोलोजी) का शोध छात्र है. छात्र की विभाग में आखिरी हाजिरी दो जनवरी की लगी हुई है. विश्वविद्यालय के अधिकारियों के मुताबिक वानी जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा का रहने वाला है और विश्वविद्यालय में छह जनवरी से होने वाली सर्दी की छुटि्टयों से पहले अपने घर चला गया था.