BSP chief Mayawati: Why are silent about black money and fugitives?
मायावती ने कालेधन को लेकर मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कालेधन के मुद्दे पर पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया और कहा कि सरकार भगोड़ों को रोकने में क्यों नाकामयाब है? मायावती ने कहा कि बिजनेसमैन भारतीय बैंकों से लोन लेकर अपना कारोबार बढ़ाते हैं और फिर यहां से पैसे लेकर फरार हो जाते हैं. देश की जनता इंतजार कर रही है कि केंद्र सरकार कुछ कार्रवाई करेगी, लेकिन केंद्र सरकार असहाय नजर आ रही है. देश की जनता उस दिन का इंतजार कर रही है जब कालेधन को लेकर केंद्र सरकार, खासकर पीएम मोदी कुछ बोलें. केंद्र सरकार इन मामलों में चुप्पी साधे बैठी है, क्योंकि जो लोग ये काम कर रहे हैं वे बीजेपी के नजदीकी हैं. इसी वजह से वर्तमान में बीजेपी के पास सबसे ज्यादा पैसा है. यह सबसे धनी पार्टी है.
पिछले दिनों करीब 50 फीसदी की बढोतरी हुई है. क्या स्विस बैंकों में कालेधन में बढोतरी की जिम्मेदारी मोदी सरकार अपने सिर पर लेगी? मोदी सरकार अगर पूंजीपतियों और धन्ना सेठों की सरकार नहीं है तो गरीब ज्यादा गरीब और अमीर ज्यादा अमीर क्यों हो रहे हैं ? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता में आने से पहले देश के हर नागरिक को 15-20 लाख रुपए देने का वादा किया था. उन वादों का क्या हुआ? जनता को आज भी कालेधन वापस आने का इंतजार है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कालेधन लाने का वादा किया था, लेकिन अभी तक इस मामले में कुछ नहीं हो पाया है. सरकार हर मोर्चे पर नाकामयाब रही है. अपनी नाकामयाबियों को छिपाने के लिए बीजेपी फिर से घृणा वाली राजनीति करने लगी है. हेट पॉलिटिक्स की शुरुआत हो चुकी है. इसी वजह से जम्मू-कश्मीर में बीजेपी ने महबूबा मुफ्ती का साथ छोड़ दिया.
आज GST को लागू हुए एक साल पूरे हो गए हैं. इसको लेकर मायावती ने कहा कि GST का एक साल पूरा हो गया है, इसकी समीक्षा कर सरकार इसकी कमियों को दूर करे. इस दौरान उन्होंने महागठबंधन को लेकर कहा कि जातिवादी और जनविरोधी BJP सरकार के खिलाफ विपक्षी पार्टियों का एकजुट होना जनहित का बड़ा काम होगा. विपक्षी एकता से BJP के पेट में दर्द क्यों हो रहा है ?