गुजरात विधानसभा में कांग्रेसी विधायकों ने जमकर हंगामा किया। कांग्रेस के विधायक प्रताप दूधत ने बीजेपी विधायक जगदीश पांचाल की बेल्ट से पिटाई कर दी। इस घटना के बाद हंगामा मच गया। इससे पहले मंगलवार(13 मार्च) को कांग्रेस के 28 विधायकों को 15 दिनों के लिए स्पीकर ने निलंबित कर दिया। दरअसल सभी विधायक पार्टी के वरिष्ठ विधायक विरजी थूमर के निलंबन का विरोध कर रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने निलंबित विधायकों को मार्शल से सदन से बाहर निकलवा दिया। जब कांग्रेस के मुख्य सचेतक अमित चवदा ने पार्टी विधायकों की ओर से माफी मांगी तो स्पीकर ने निलंबन वापस लिया।हंगामा उस वक्त हुआ, जब कृषि मंत्री आरसी फाल्दू अपने विभाग के लिए बजटीय मांग रख रहे थे उस समय सदन में हंगामा हो गया। उधर निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी ने घटना की निंदा की है।
दरअसल कांग्रेस नेता ठुमर ने सदन में कहा कि गुजरात में भाजपा 22 साल से सरकार चला रही मगर एक बांध तक नहीं बनवाया। इसका विरोध करते हुए कृषि मंत्री आरसी फालदू ने पिछले दो दशक में सरकार की ओर से किए गए कार्यों को गिनाने लगे उन्होंने कई सिंचाई परियोजनाओं का हवाला दिया। कृषि मंत्री ने भाषण में ठुमर की खिंचाई की तो कांग्रेसी विधायक आक्रोशित हो उठे और मंत्री पर सवालों की बौछार कर दी। इस बीच जब विधानसभा अध्यक्ष ने बैठने की नसीहत दी तो नहीं माने।
विधानसभा अध्यक्ष ने निलंबन की चेतावनी दी तो विधायकों ने उन्हें भी चुनौती दे डाली और वे आसन के करीब पहुंचकर हंगामा करने लगे। जिस पर सख्त कदम उठाते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने अनुशासनहीनता के आरोप में 28 विधायकों को दिन भर की कार्रवाही के लिए निलंबित कर दिया। जब दोपहर में सदन की बैठक दोबारा शुरू हुई तब चावदा की ओर से सभी सदस्यों की तरफ से माफी मांगी गई।तब जाकर विधानसभा अध्यक्ष ने उनका निलंबन वापस लिया।