Friday, December 13, 2024
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धर्मेंद्र को ब्रेक देने वाले निर्देशक-निर्माता का हुआ निधन!

SI News Today

हिंदी सिनेमा को धर्मेंद्र जैसा एक्टर देने वाले निर्देशक निर्माता अर्जुन हिंगोरानी का 92 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्होंने शनिवार को उत्तर प्रदेश के वृंदावन में अपनी अंतिम सांस ली. उनका अंतिम संस्कार भी वृंदावन में ही किया गया. अर्जुन हिंगोरानी के निधन से बॉलीवुड में शोक की लहर फैल गई. धर्मेंद्र ने भी उनकी मृत्यु पर अफसोस जाहिर किया. अर्जुन हिंगोरानी बॉलीवुड के एक जाने माने फिल्मकार थे. उन्होंने कई दशकों तक हिंदी सिनेमा को बेहतरीन और काम्याब फिल्में दीं. हिंगोरानी ने धर्मेंद्र को 1960 में फिल्म ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ से लॉन्च किया था.

धर्मेंद्र की पहली फिल्म से ही उनका हिंगोरानी के साथ एक बेहद करीबी रिश्ता था. अर्जुन हिंगोरानी के निधन से धर्मेंद्र को भी गहरा झटका लगा. उन्होंने हिंगोरानी के साथ खुद की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ‘अर्जुन हिंगोरानी, वो शख्स जिसने मुंबई में अकेले इंसान के कंधे पर हाथ रखा, हमें हमेशा के लिए छोड़ कर चले गए. मैं बहुत दुखी हूं. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे. हालांकि, यहां आपको बता दें कि अब तक उनकी मौत का कारण साफ नहीं हो सका है.’

अर्जुन हिंगोरानी ने 60 से 90 के दशक के बीच कई फिल्मों का निर्माण और निर्देशन किया था. उन्होंने धर्मेंद्र को लॉन्च करने के बाद उनके साथ कई फिल्में बनाई. सिंध के जैकोबाबाद में जन्में हिंगोरानी विभाजन के बाद 1947 में भारत आ गए थे. उन्होंने ही पहली सिंधी फिल्म ‘अब्बाना’ बनाई थी और यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर भी हिट रही थी. उनके द्वारा बनाई गई फिल्मों में ‘कब, क्यों और कहां’, ‘कहानी किस्मत की’, ‘कातिलों का कातिल’, ‘कुदरत का करिश्मा’, ‘खेल खिलाड़ी का’ और ‘सल्तनत’ जैसी फिल्मों का नाम शामिल है. इन सब फिल्मों में धर्मेंद्र ने काम किया है. ऋषि कपूर ने भी हिंगोरानी को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने एक ट्वीट करते हुए लिखा, ‘जब भी सेट पर शॉट तैयार किया जाता था, तब वह कहते थे- ऋषि साहब को बुलाएं और धर्मेंद्र साहब के लिए चिल्लाकर बोलते थे- धर्मेंन को बुलाओ, क्योंकि उन्होंने ही उन्हें फिल्मों में ब्रेक दिया था. धरम जी उनकी सारी बात मानते थे. हम तीनों ने ‘कातिलों के कातिल’ में काम किया था, जो सुपरहिट रही. अलविदा अर्जुन जी’.

गौरतलब है कि हिंगोरानी अपनी फिल्मों के शीर्षकों में 3(K) का इस्तेमाल करने के लिए जाने जाते थे. 3 (K) के साथ उनका काफी लगाव था, इसलिए उन्होंने अपनी फिल्म ‘सल्तनत’ के प्रमोशन के दौरान उसके साथ कारनामे कमाल के टैगलाइन जोड़ दी थी.

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