देशभर में दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं। बच्चों के अंदर बोर्ड परीक्षा का काफी दवाब होता है। वहीं ऐसे में अगर परीक्षा से पहले किसी छात्र का एग्जाम हॉल टिकट फाड़ दिया जाए तो उसपर क्या बितेगी, इसका अंदाजा लगा पाना बहुत मुश्किल है। ऐसा ही एक मामला तमिलनाडू के कृष्णागिरी में देखने को मिला, जहां पर एक दलित लड़की का उसके सहपाठियों ने एग्जाम हॉल टिकट फाड़ दिया। इससे आहत हो मंगलवार को बारहवीं कक्षा की छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा की पहचान 17 वर्षीय तमिलरासी के रूप में हुई है।
तमिलरासी देवीराहाल्ली गांव की रहने वाली थी और वह एक दलित परिवार से ताल्लुक रखती थी। सोमवार को तमिलरासी अपनी परीक्षा देने के लिए परीक्षा केंद्र पहुंची थी। यहां उसके सहपाठियों ने पहले उसे प्रताड़ित किया और फिर उसका एग्जाम हॉल टिकट फाड़ दिया। एग्जाम हॉल टिकट फट जाने से निराश तमिलरासी को लगा कि वह अब परीक्षा नहीं दे पाएगी और उसका करियर खराब हो जाएगा। इससे परेशान होकर मंगलवार को तमिलरासी ने अपने घर में फांसी का फंदा लगा आत्महत्या कर ली।
तमिलरासी द्वारा फांसी लगाने की जानकारी जैसे ही पड़ोसियों को लगी तो वे तुरंत उसे पास के अस्पताल ले गए, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, दो लड़कों ने तमिलरासी का एग्जाम हॉल टिकट फाड़ा था और यह इसलिए किया गया था क्योंकि वह उनमें से एक लड़के का प्रस्ताव स्वीकार नहीं कर रही थी। तमिलरासी के परिजनों ने दोनों लड़कों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। परिजनों की शिकायत के अनुसार, एक लड़का काफी समय से तमिलरासी को परेशान कर रहा था। इतना ही नहीं वह तमिलरासी को धमकी देता था कि अगर वह उसका प्रस्ताव स्वीकार नहीं करेगी तो वह उसपर तेजाब फेंक देगा। फिलहाल मामले की जांच शुरु हो गई है।