E-rickshaw battery will now be full in four minutes.
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Lucknow, UP: देश प्रदूषण और ऊर्जा संकट से मुक्त होने की दिशा में एक कदम आगे निकल गया है। UP इन्वेस्टर समिट 2018 में देश के प्रमुख औद्योगिक समूह एस्सल ग्रुप के उद्यम एस्सल इंफ्राप्रोजेक्ट्स लिमिटेड उत्तर प्रदेश में ई-रिक्शा चलाने वालों के लिए बहुत बड़ी सौगात लेकर आया है। इसमें राज्य के 20 शहरों में 250 ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशन और 1000 बैटरी स्वैपिंग स्टेशन खोले जाएंगे। इससे ई-रिक्शा चलाने वालों को न तो रिक्शा खरीदना पड़ेगा, न किसी कागजी झंझट में पड़ना होगा, न चार्जिंग की दिक्कत होगी और कुछ समय बाद रिक्शा भी उन्हीं का हो जाएगा। यूपी में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में राज्यसभा सांसद डॉ. सुभाष चंद्रा ने कहा, ‘देश भर में आज करीब छह लाख ई-रिक्शा आ गए हैं। ये रिक्शा लेड बैटरी से चलता है, जिसे चार्ज होने में 10 घंटे लगते हैं.’ ऐसे में ई-रिक्शा चलाने वालों को काम करने के लिए कम समय मिल पाता है और वो दिन में मुश्किल से 400 रुपये कमा पाते हैं। इस अवसर पर पीएम मोदी और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।
२०१६ में जब एस्सेल समूह के ९ दशक पूरे होने का कार्यक्रम था तब हमने यह घोषणा की थी कि अब से हम जो भी नया कारोबार शुरू करेंगे, वह पर्यावरण, रोज़गार, सामाजिक व देश हित में ही होगा। इसके लिए हमने ५ वर्षीय योजना बनाई है, जिसके अन्तर्गत ९ लाख से अधिक रोज़गार उपलब्ध कराएँगे। pic.twitter.com/HBk0kgqhOV
— Subhash Chandra (@subhashchandra) July 29, 2018
ई-रिक्शा में बैटरी की झंझट खत्म, अब 10 घंटे की जगह सिर्फ 4 मिनट में फुल होगी बैटरी@subhashchandra https://t.co/SGd3Wvzo9V pic.twitter.com/fkoIcqE1cT
— Zee News (@ZeeNews) July 29, 2018
डॉ. चंद्रा ने कहा, ‘हमने इसका एक हल सोचा कि इस बैटरी को लिथियम आयरन बैटरी से बदला जाए। इससे बैटरी को चार्ज होने में एक घंटा लगेगा.’ उन्होंने बताया कि एक दूसरा विकल्प भी है कि बैटरी को चार्ज करने की जगह पहले से चार्ज बैटरी से रिप्लेस कर दिया जाए। ऐसा करने में सिर्फ 4 मिनट लगेंगे और ई-रिक्शा चालकों की आय करीब दोगुनी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए एस्सल समूह उत्तर प्रदेश में 1750 करोड़ रुपये निवेश करेगा और इससे 50,000 लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘हम लोगों ने 2016 में प्रधानमंत्री जी से एक वादा किया था कि एस्सल ग्रुप जो भी नया बिजनेस करेगा, या तो इसमें कोई सामाजिक हित होगा, देश का हित होगा, पर्यावरण का हित होगा या रोजगार सृजन होगा। हम उसी में काम करेंगे।’
कंपनी इस प्रोजेक्ट की शुरुआत गाजियाबाद से करेगी और फिर लखनऊ, कानपुर, आगरा, नोएडा, मेरठ, वाराणसी, गोरखपुर और इलाहाबाद जैसे शहरों में इसका विस्तार किया जाएगा। इस पहल से देश के ई-रिक्शा उद्योग में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। अब रिक्शा चलाने वालों को उसे खरीदने की जरूरत नहीं। चार्जिंग की झंझट भी नहीं होगी। इस अवसर पर उन्होंने उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की जमकर तारीफ की और उसे ईमानदारी से काम करने वाली सरकार बताया।