चुनाव आयोग द्वारा कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान करने से पहले ही बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने ट्वीट कर बता दिया था कि 12 मई को कर्नाटक में चुनाव होंगे और 18 मई को नतीजे आएंगे। जब मुख्य चुनाव आयुक्त ओ पी रावत ने आज (27 मार्च) को कर्नाटक चुनाव की तारीखों का एलान किया तो अमित मालवीय की बात सच निकली। राज्य में 12 मई को एक ही चरण में चुनाव कराए जाएंगे। हालांकि, चुनाव नतीजों की तारीख बदल गई। अमित मालवीय ने मतगणना की तारीख 18 मई बताई थी जबकि आयोग ने इसे 15 मई तय किया है। जब पत्रकारों ने मुख्य चुनाव आयोग से इस बावत पूछा तो उन्होंने कहा कि अगर चुनाव की तारीखें लीक हुई हैं तो इस पर जांच के बाद कानूनसम्मत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि 224 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 28 मई को समाप्त हो रहा है। इससे पहले नई विधानसभा के सदस्यों का चुनाव होना है। फिलहाल कर्नाटक में कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार है। विधानसभा में कांग्रेस के 122 विधायक हैं, जबकि भाजपा मुख्य विपक्षी पार्टी है और उसके पास 40 विधायक हैं। कर्नाटक विधानसभा के चुनाव काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि इसे दक्षिण भारत की राजनीति के गेटवे कहा जाता है। इसके अलावा दक्षिण में कर्नाटक अकेला राज्य है, जहां कांग्रेस की सरकार है।
मीडिया में हंगामा होने के बाद अमित मालवीय ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया है। अब सोशल मीडिया पर लोग उनकी खिंचाई कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा है, “मिस्टर मालपुआ, आपने ट्वीट डिलीट क्यों किया?” दूसरे यूजर ने लिखा है, “सीट भी बता दो भाई, तुम जैसों की वजह से ही बीजेपी बदनाम हुई है।” एक अन्य यूजर ने लिखा है, “अब तो पक्का यकीन हो गया चुनाव आयोग गुलामी में जी रहा है और EVM सेट कर रखा है , देश को बचाना है EVM हटाना है।”