Farmers are not able to get the cost! Onion prices are being sold for 50 paisa ...
प्याज की बंपर पैदावर एवं अन्य कारणों से मध्य प्रदेश की मंडियों में प्याज के दाम काफी गिर गए हैं. किसानों को मंडी में प्याज की गुणवत्ता के मुताबिक 50 पैसे से लेकर पांच रुपये किलो तक दाम मिल रहे हैं. प्याज का यही हाल प्रदेश की अन्य मंडियों में भी है. किसानों का कहना है कि मंडी में आकर वह खुद को ठगा सा महसूस करते हैं, क्योंकि यहां मिल रहे दामों से उनका भाड़ा भी नहीं निकल पा रहा है.
नीमच प्याज मंडी के एक कारोबारी ने बताया कि नीमच मंडी में किसानों से 50 पैसे से लेकर पांच रुपये प्रति किलो के दाम पर प्याज खरीदा. प्याज की क्वालिटी के अनुसार दाम लगाये जा रहे हैं. भोपाल कृषि उपज मंडी समिति के सचिव विनय प्रकाश पटेरिया ने बताया उन्होंने किसानों से दो रुपये प्रति किलो से लेकर छह रुपये प्रति किलो की दर पर प्याज खरीदा है. उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों से किसान मंडी में प्याज बेचने आ रहे हैं और आने वाले दिनों में इसकी आवक बढ़ेगी. वहीं, खुदरा बाजार में प्याज 10 रुपये प्रति किलो से अधिक दाम पर बिक रहा है.
पटेरिया ने बताया कि इस साल प्याज की अच्छी पैदावार हुई है और अकेले भोपाल कृषि उपज मंडी में ही 20,000 से 25,000 क्विंटल प्याज आने की उम्मीद है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि किसान सही प्याज को बाजार में बेच कर घटिया क्वालिटी को मंडी ला रहे हैं, जिसके कारण उन्हें दाम नहीं मिल रहे हैं.
हालांकि किसानों ने उनकी बात को सिरे से नाकार दिया. किसानों का कहना है कि खेत से फसल आने के बाद किसानों के पास ना तो कोई सुविधा होती है कि वह प्याज को छटाई कर सकें और ना ही इतना समय की एक ही उत्पाद को अलग-अलग करने बेच सके. किसानों ने बताया कि मंडी में व्यापारी गुटबाजी करके मनमाने तरीके से भाव तय करके बोली लगा रहे हैं. बोली की शुरुआत 50 पैसे से शुरू होकर 5 रुपये पर जाकर खत्म हो रही है. और फिर वहीं माल बाद में दोगुने दामों पर बिक रहा होता है.