Gita's DNA test will come again from Pakistan!
पाकिस्तान से 2015 में भारत वापसी करने वाली मूक-बधिर युवती गीता का सरकार नए सिरे से डीएनए टेस्ट करा रही है. गीता के ब्लड सैंपल को हैदराबाद की एक प्रतिष्ठित लैब में भेजा गया है. ऐसा भविष्य में किसी दंपत्ति के गीता के माता-पिता का दावा करने पर उनके सैंपल से मैच कराने के लिए किया जा रहा है. बता दें कि गीता की शादी करने की इच्छा जाहिर करने के बाद उसके लिए स्वयंवर भी कराया गया है लेकिन अभी तक कोई लड़का फाइनल नहीं हुआ है.
खबर के मुताबिक, जिला प्रशासन ने विदेश मंत्रालय के निर्देशों के मुताबिक गीता का ब्लड सैंपल हैदराबाद के सेंटर फॉर डीएनए फिंगर प्रिंटिंग एंड डायग्नोस्टिक्स (सीडीएफडी) भेजा है, जहां इसके आधार पर उसका नए सिरे से डीएनए टेस्ट किया जाएगा. इससे पहले, गीता का डीएनए टेस्ट पहले एम्स में हुआ था. अब फिर से गीता का डीएनए टेस्ट करवाया जाएगा. बताया जा रहा है कि एक-दो दिन में इसकी जांच होगी.
तीन साल पहले आई थीं देश वापस
2015 में विदेश मंत्रालय ने गीता की पाकिस्तान से घर वापसी कराई थी. इस बीच कई लोगों ने गीता के माता-पिता होने का दावा किया जिसके लिए सरकार ने डीएनए टेस्ट भी कराए. लेकिन अभी तक गीता के पैरेंट्स का पता नहीं चल पाया है.
विदेश मंत्रालय कराएगा स्वयंवर
शादी के लिए सेलेक्टेड बायोडाटा को सुषमा स्वराज देख चुकी हैं. बता दें कि मूक-बधिर सेंटर की ओर से करीब एक साल पहले विदेश मंत्रालय को खबर दी गई थी कि गीता शादी करना चाहती हैं.
गीता की शादी को लेकर विदेश मंत्रालय खुद सारी देखरेख कर रहा है. शुरुआत में बायोडाटा भेजने वाले 30 लड़कों में से गीता ने 14 लड़कों के बायोडाटा को स्वयंवर के लिए सेलेक्ट करके विदेश मंत्रालय भेजा था. गीता फिलहाल मूक-बधिर सेंटर में रह रही हैं. गीता ने शादी करने के लिए एक अनोखी शर्त रखी है. गीता उसी लड़के को अपना जीवनसाथी बनाएंगी जो शादी में उन्हें 8वें वचन के रूप में उनके माता-पिता को ढूंढने का काम करेगा. विदेश मंत्रालय की तरफ से पहले इस बात को सार्वजनिक नहीं किया गया था.