गुड़गांव: प्रद्युम्न ठाकुर मर्डर केस में सीबीआई द्वारा 11th के स्टूडेंट की गिरफ्तारी के बाद अब गुड़गांव पुलिस सफाई दे रही है। गुड़गांव पुलिस कमिश्नर संदीप खिरवार ने कहा- पुलिस ने अभी कोई चार्जशीट फाइल नहीं की थी, मामले की जांच जारी थी। स्कूल बस कंडक्टर अशोक को आरोपी बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा- न तो हमने कोई कहानी बनाई और न ही किसी को आरोपी बनाया। सीबीआई ने इस केस में क्या इन्वेस्टिगेट किया, उसकी डिटेल हमारे पास नहीं है। पुलिस ने बस कंडक्टर को गिरफ्तार किया था और उसे ही हत्या का मुख्य आरोपी बताया था। जबकि, सीबीआई ने उसी स्कूल के एक स्टूडेंट को गिरफ्तार किया। ऐसे में पुलिस और सीबीआई दोनों की थ्योरी सवालों के घेरे में है।
सीबीआई ने क्या कहा है?
– सीबीआई ने बुधवार को बताया कि प्रद्युम्न की हत्या के मामले में 11वीं के स्टूडेंट को गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई के मुताबिक, आरोपी स्टूडेंट ने पीटीएम और एग्जाम टलवाने के लिए मर्डर किया था।
– वहीं, प्रद्युम्न की फैमिली ने कहा, “हमें शक है कि इस मामले में कोई गहरी साजिश थी और पिंटो फैमिली भी इसका हिस्सा थी। आरोपी स्टूडेंट को फांसी की सजा मिले।” आरोपी स्टूडेंट को जुवेनाइल कोर्ट ने 3 दिन की रिमांड पर सीबीआई को सौंप दिया है।
सीबीआई ने कहा- मर्डर के पीछे कंडक्टर का कोई रोल नहीं है
– सीबीआई ने उस थ्योरी को नकारा नहीं है, जिसमें कंडक्टर को आरोपी बनाया गया था। उसने कंडक्टर को क्लीन चिट नहीं दी है।
– सीबीआई का कहना है कि उसने साइंटिफिक एविडेंस के आधार पर आरोपी स्टूडेंट को गिरफ्तार किया है।
सीबीआई की थ्योरी पर भी ये 8 सवाल
– सीबीआई ने 11वीं के स्टूडेंट को गिरफ्तार जरूर किया है लेकिन, इस जांच एजेंसी की थ्योरी पर भी कुछ सवाल हैं।
1) हत्या गला रेतकर की गई थी। अगर 11th के स्टूडेंट ने हत्या की तो उसकी यूनिफॉर्म पर खून के दाग क्यों नहीं थे?
2)सीबीआई का कहना है कि आरोपी ने हत्या करने के बाद चाकू को टॉयलेट में ही फ्लश कर दिया। जबकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक- हत्या बड़े चाकू से की गई थी। सवाल ये है कि बड़ा चाकू टॉयलेट में फ्लश कैसे किया जा सकता है?
3)सीबीआई का दावा है कि आरोपी स्टूडेंट ने एग्जाम टलवाने के लिए हत्या की। जबकि उसके पिता का कहना है कि स्टूडेंट ने उस दिन भी एग्जाम दिया था?
4) सीसीटीवी फुटेज में बाकी लोग कौन थे, इस पर सीबीआई ने कोई खुलासा नहीं किया है।
5) प्रद्युम्न को पिता ने स्कूल छोड़ा। इसके 2 से 3 मिनट बाद ही उसकी हत्या हो गई। सवाल ये है कि क्या आरोपी स्टूडेंट प्रद्युम्न को स्कूल के गेट से सीधा टॉयलेट में ले गया था।
6)सीबीआई का कहना है कि आरोपी स्टूडेंट ने हत्या के बाद चाकू को टॉयलेट में फ्लश कर दिया।
जबकि, हरियाणा पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू कथित तौर पर बरामद करने का दावा किया था। अगर चाकू फ्लश कर दिया गया था तो पुलिस ने जो चाकू बरामद किया, वो किसका था?
7) सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक- आरोपी स्टूडेंट के अलावा अशोक भी घटनास्थल पर था। सीबीआई ने ये नहीं बताया कि अशोक वहां क्यों पहुंचा?
8) जिस टॉयलेट में प्रद्युम्न की हत्या हुई उसकी खिड़की का सरिया टूटा नहीं बल्कि कटा हुआ था। यह सरिया किसने और क्यों काटा? इसका कोई जवाब नहीं दिया गया है ?
क्या फर्क है सीबीआई और हरियाणा पुलिस की थ्योरी में?
सीबीआई हरियाणा पुलिस
हत्या:11वीं के स्टूडेंट ने की
स्कूल बस के कंडक्टर अशोक
कुमार ने की
मकसद:पेरेंट्स-टीचर मीटिंग (पीटीएम)
और एग्जाम टालने के लिए मर्डर किया।
गलत काम कर रहा था। छिपाने के लिए मर्डर किया।
सेक्शुअली एब्यूज:जांच में ऐसी कोई बात सामने नहीं आई। कंडक्टर ने सेक्शुअली एब्यूज की बात मानी।
हथियार:आरोपी स्टूडेंट ने पहले हथियार खरीदा और फिर हत्या की। सब्जी काटने वाले चाकू से वारदात को अंजाम दिया।
मामला क्या है?
– गुड़गांव के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को 7 साल के बच्चे का मर्डर कर दिया गया था। बॉडी टॉयलेट में मिली थी। इस मामले में पुलिस ने स्कूल बस के कंडक्टर अशोक कुमार को अरेस्ट किया था। आरोपी अशोक 8 महीने पहले ही स्कूल में कंडक्टर की नौकरी पर लगा था।
– अशोक ने मीडिया को बताया, ”मेरी बुद्धि भ्रष्ट हो गई थी। मैं बच्चों के टॉयलेट में था। वहां गलत काम कर रहा था। तभी वह बच्चा आ गया। उसने मुझे देख लिया। मैंने उसे पहले देखा धक्का दिया। फिर खींच लिया। वह शोर मचाने लगा तो मैं डर गया। फिर मैंने उसे दो बार चाकू से मारा। उसका गला रेत दिया।”
इस मामले में कितने लोग अरेस्ट हुए थे?
– बस कंडक्टर के अलावा रेयान ग्रुप के दो अफसर अरेस्ट हुए थे। इन अफसरों को जमानत मिल गई थी। अशोक जेल में है।