Friday, November 22, 2024
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क्या अहमदाबाद सहकारी बैंक में नोटबंदी के दौरान सबसे अधिक पुराने नोट जमा/बदले गए?

SI News Today
In Ahmedabad Co-operative Bank, the oldest notes were deposited / changed during the Demonetization?

मुंबई के RTI कार्यकर्ता मनोरंजन रॉय को नाबार्ड के हवाले से RTI से जानकारी मिली कि नोटबंदी के दौरान देश में सबसे अधिक पुराने नोट गुजरात के दो सहकारी बैंकों में बदले गए। एक का नाम है अहमदाबाद ज़िला सहकारी बैंक जिसके अध्यक्ष chief हैं, यहां पर 5 दिनों में 750 करोड़ जमा हुए। दूसरा बैंक है राजकोट का ज़िला सहकारी बैंक जहां 693 करोड़ रुपये जमा हुए, इस बैंक के चेयरमैन गुजरात के कबीना मंत्री जयेशभाई विट्ठलभाई रडाडिया हैं। पांच दिनों में 1300 करोड़ से अधिक के पांच सौ और एक हज़ार के नोट इन दो बैंकों की शाखाओं में बदले गए।

अमित शाह की अध्यक्षता वाले अहमदाबाद ज़िला सहकारी बैंक में 5 दिन में सबसे अधिक 750 करोड़ जमा हुए हैं तो विपक्षियों को हंगामा करने का अच्छा अवसर मिल गया। नोटबंदी के दौरान ही कई लोगों ने अपना कालाधन बदल लिया था जिसकी कई जांचों में एक्सिस बैंक के अधिकारीयों के शुरूआती पड़ताल से सारा सच बाहर आ गया था। सरकार ने उस वक्त ऐसे खातों की जांच की बात की थी और खुद प्रधानमंत्री ने इसका ऐलान भी किया था, लेकिन जब सैयां भये कोतवाल तो दर काहे का? RTI से सिर्फ दो चीज़ो पर सभी की नज़र गड़ी है कि पूरे देश में सबसे अधिक पुराने नोट अहमदाबाद ज़िला सहकारी बैंक में बदले गए और दूसरा इसके चेयरमैन बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह हैं।

ने सिर्फ दो बैंकों के बारे में नहीं बल्कि अमरेली के ज़िला सहकारिता बैंक के बारे में भी आरोप लगाया है कि वहां 205 करोड़ जमा हुए और इसके चैयरमैन बीजेपी के पूर्व सांसद हैं। भरुच के कोआपरेटिव बैंक में भी 100 करोड़ जमा हुए जिसके चेयरमैन बीजेपी विधायक हैं। महाराष्ट्र के उत्तर मुंबई से बीजेपी सांसद गोपाल शेट्टी ने कहा है कि कांग्रेस के पास काम नहीं है इसलिए पुराने मुद्दे उठाती रहती है।

उधर नाबार्ड ने कहा है कि दोनों ज़िला सहकारिता बैंकों में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। इसी की तरफ से मनोरंजन राय को आरटीआई की सूचना दी गई थी। नाबार्ड ने कहा है कि अहमदाबाद ज़िला सहकारिता बैंक में प्रति खातेदार औसत जमाराशि 46, 795 रुपये हैं, जो कि गुजरात के 18 कोआपरेटिव बैंकों के औसत से कम है। नोटबंदी के दौरान एक लाख 60 हज़ार उपभोक्ताओं ने बैंक में 746 करोड़ जमा किए जो कुल जमा राशि का मात्र 15 प्रतिशत है। नाबार्ड ने यह भी कहा कि अहमदाबाद ज़िला सहकारिता बैंक में देश की शीर्ष कोपरेटिव संस्था है जिसे हाल ही में श्रेष्ठ प्रदर्शन का पुरस्कार मिला है।

उधर कांग्रेस अध्यक्ष ने इस पर चुटकी लेते हुए ट्वीट कर दिया कि “अहमदाबाद ज़िला सहकारिता बैंक के निदेशक अमित शाह जी को बधाई। आपके बैंक को पुराने नोट को नए नोट में बदलने का पहला पुरस्कार प्राप्त हुआ है, 5 दिनों में 750 करोड़। नोटबंदी के कारण लाखों भारतीयों का जीवन बर्बाद हो गया, आपकी उपलब्धि को सलाम।”

Note- DCCB के लिये सुप्रीम कोर्ट और RBI के निर्देशों के अनुसार अहमदाबाद DCCB बैंक 100% KYC का पालन करता है = https://www.nabard.org/PressReleases-article.aspx?id=25&cid=554&NID=39

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