बिहार को पिछड़े राज्यों की श्रेणी में डाला हुआ है. शिक्षा के मामले में भी आए दिन बिहार की एजुकेशन प्रणाली पर सवालिया निशान उठते रहते हैं, लेकिन आज बात टेक्नोलॉजी की हो रही है तो बता दें कि बिहार की राजधानी पटना ने टेक्नोलॉजी के कुछ मामलों में बेंगलुरु, दिल्ली और मुंबई को भी काफी पीछे पछाड़ दिया है. जी हां, इंटरनेट 4-जी सर्विस के मामले में देश के 20 शहरों में से पटना ने टॉप स्थान हासिल किया है.
बता दें कि 4-जी नेटवर्क के मामले में पटना ने मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरु को पछाड़ दिया है. और यह दावा किया है ओपन सिग्नल संस्था ने. कम्युनिकेशन क्षेत्र की संस्था ओपन सिग्नल देश में 4-जी नेटवर्क की उपलब्धता जांचने का काम करती है. संस्था ने एक सर्वे के बाद यह दावा किया है कि पटना में मिल रही 4-जी नेटवर्क सर्विस देश के बाकी हिस्सों में मिलने वाली सर्विस से कहीं ज्यादा बेहतर है.
सर्वे में मुंबई 17वें स्थान पर
लंदन की ओपन सिग्नल कंपनी ने 1 दिसंबर, 2017 से 90 दिनों तक देश में 4-जी सर्विस का सर्वे किया और इसमें इंटरनेट यूजर्स ने 4-जी कनेक्टिलविटी के बारे में उनकी राय मांगी गई. इसके बाद कंपनी ने 4-जी सर्विस को लेकर देश के टॉप-20 शहरों की लिस्ट जारी की. इस लिस्ट में पटना सबसे ऊपर है. पटना में 4-जी की उपलब्धता 92.6 फीसदी रही, जबकि बेंगलुरु में यह अवेलिबिलिटी 88.3 फीसदी है. रैंकिंग के हिसाब से मुंबई को 15वें और दिल्ली को 17वें स्थान पर रखा गया है. इस लिस्ट में यूपी के इलाहाबाद और गुजरात के सूरत का नाम भी शामिल है.
सर्ले में यह भी बताया गया है कि 4-जी नेटवर्क सर्विस को लेकर बड़े और छोटे शहरों में कोई खास अंतर नहीं हैं. छोटे शहरों में भी लोग अब 4-जी सर्विस का बड़े आराम से लुत्फ उठा रहे हैं.
रियालंस जियो ने बदली तस्वीर
भारत में नेटवर्क क्रांति के लिए सर्वे में रिलायंस जियो को श्रेय दिया गया है. ओपन सिग्नल संस्था के सर्वे में बताया गया है कि रिलायंस जियो के आने के बाद ग्रामीण आबादी में करीब 83 मिलियन लोगों ने 4-जी नेटवर्क सेवा का फायदा उठाया है.
सर्वे में बताया गया है कि गलाकाट प्रतिस्पर्धा के इस समय में भारत 4-जी नेटवर्क के मामले में दुनिया में बहुत तेजी से आगे बढ़ा है. इंटरनेट की स्पीड में भारत ने उल्लेखनीय पहचान कायम की है. और इसमें रिलायंस जियो ने बहुत ही अहम रोल निभाया है. साइबर मीडिया रिसर्च (सीएमआर) के मुताबिक, 2020 तक भारत में फोन पर 4-जी नेटवर्क के इस्तेमाल में 35 फीसदी तक का इजाफा होकर यूजर्स की संख्या 432 मिलियन हो जाएगी.