बेखौफ बदमाशों ने बुधवार को दिनदहाड़े सौरखा गांव में मां-बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी। गोली मारते तीन हमलावर घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए। पुलिस के अनुसार मृतक सपा का स्थानीय नेता है। चुनावी रंजिश में अक्टूबर 2016 में परिवार के मुखिया की भी हत्या कर दी गई थी। मां-बेटे की इसी हत्या में 25 जनवरी को गवाही होनी थी। पुलिस के अनुसार गांव सौरखा निवासी 28 वर्षीय बलमेंद्र उर्फ भोलू सुबह 11 बजे अपनी स्विफ्ट कार से मेरठ जा रहा था। बदमाशों ने भोलू की कार रुकवाई और उस पर गोलियां बरसा दीं। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बाहर चारपाई पर बैठी भोलू की 60 साल की मां निछत्तर कौर की गोली मारकर हत्या कर दी।
वहीं दूसरी तरफ, सरेआम पुलिस इंस्पेक्टर को धमकाने समेत कुल 13 मामलों में वांछित समाजवादी पार्टी के नेता अतुल प्रधान ने कुछ दिनों पहले ही समर्पण कर दिया। उनको मंगलवार शाम न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। पुलिस के अनुसार आचार संहिता लागू होने के बावजूद सुमित मुठभेड़ प्रकरण में कमिश्नरी पार्क में सभा करने को लेकर प्रशासन ने अतुल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
वहीं मखदूमपुर मेले के दौरान खुले मंच से एसओ हस्तिनापुर को धमकी देने और अपशब्दों का प्रयोग करने के मामले सहित अतुल कई मामलों में वांछित चल रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी माने जाने वाले अतुल प्रधान ने उच्च न्यायालय के निर्देश पर मेरठ एसीजेएम-10 की अदालत में पेश हुए थे।
सुमित मुठभेड मामले में तत्कालीन इंस्पेक्टर सरधना को धमकी देने के मामले के बाद से फरार चल रहे सपा नेता के वकील गगन राणा ने बताया था कि कुल 13 मामलों में वांछित चल रहे अतुल प्रधान ने अदालत में समर्पण करते हुए 13 मामलों में जमानत मांगी। उसमें एक मुकदमे में जमानत देने से इंकार करते हुए अदालत ने अतुल प्रधान को जेल भेज दिया।