Innocent’s life due to wife’s illicit relationship.
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पाली, राजस्थान।
राजस्थान के एक छोटे से शहर पाली की एक दुखद घटना सामने आयी है, जिसमे पत्नी और ससुराल वालों द्वारा परेशान किये जाने पर पति ने आत्मदाह कर लिया। राजेंद्र सिंह को अपनी पत्नी पर कई दिनों से अवैध सम्बन्धो का शक था। अंततः उसने अपनी पत्नी को किसी अन्य पुरुष के साथ यौन संबंध में आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ लिया। इससे दुखी होकर उसने बेटी हरिप्रिया और अपनी इज़्ज़त को बचाने के लिए अपने ससुराल वालों से पत्नी की शिकायत की। ससुराल वालों ने राजेंद्र सिंह को धमकी दी कि उसे IPC -498A के तहत दहेज़ मांगने के मामले में फंसा देंगे। इस मानसिक उत्पीड़न को सहन करने में असमर्थ राजेंद्र सिंह ने एक आत्महत्या पत्र लिखा और अपनी मृत्यु के लिए अपनी पत्नी और ससुराल वालों को दोषी ठहराते हुए आत्मदाह कर लिया।
राजेंद्र सिंह मृत्यु से पूर्व लिखे गए सुसाइड नोट का प्रारूप-
अलविदा आत्मीय मित्रों! आप सभी का आभार! मैं राजेन्द्र सिंह पुत्र श्री केशर सिंह राजपुरोहित निवासी -जवाली, जिला- पाली, राजस्थान आज अपनी जीवन के सत्य को आप सबके बीच सुसाइड नोट के माध्यम से संक्षेप में प्रस्तुत कर रहा हूँ।
मैंने दिनांक 21/05/2018 को दोपहर एक बजे अपनी पत्नी किरण कंवर पुत्री तेज सिंह राजपुरोहित दोरनड़ी को वासुदेव वैष्णव पुत्र पन्नादास वैष्णव निवासी दोरनड़ी के साथ दोनों को एक दूसरे के साथ निजी अंगों को सहलाते हुए प्रत्यक्ष देख लिया। अचानक मेरे कमरे में जाने से दोनों घबराकर अलग हो गये व वासुदेव वैष्णव (जो कि पेप्सी खरीदने को आया था) तुरन्त बाहर भाग गया। मेरी पत्नी के इस स्वरुप की मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी। जिससे भयंकर दुखी होकर मुझे आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा। मैने यह बात अपने सास-ससुर (उमराव कंवर व तेज सिंह जी को बताई। इस पर उन्होनें व पत्नी किरण कंवर मेरे काका-ससुर नेम सिंह, काका-ससुर चैन सिंह, साला नरेन्द्र गोविन्द सिंह उसकी पत्नी अल्का, मेरे साले मदनसिंह की बहू नत्थु कंवर, मदनसिंह की बेटी पूनम कंवर ने मुझे बुरी तरह से धमकाया व दहेज प्रताड़ना के झूठे मुकदमे में मुझे व मेरे माता पिता को फंसाने व आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया। इन लोगों ने मुझे बेहद भयभीत कर दिया।
चूँकि मैं गायत्री उपासक हूँ व सत्यप्रिय प्रकृति का हूँ। अतः मैंने अपने आप को जिन्दा जलाने का संकल्प किया। आज मैं मजबूर होकर ग्राम- दोरनडी़, तहसील-सोजत, जिला पाली में आत्महत्या कर रहा हूँ, जिसके मुख्य जिम्मेदार वासुदेव वैष्णव, मेरी पत्नी किरण कंवर, सास-ससुर (उमराव कंवर व तेज सिंह जी),मेरे काका-ससुर नेम सिंह, काका-ससुर चैन सिंह, साला नरेन्द्र सिंह पुत्र श्री केसर सिंह, साला गोविन्द सिंह, उसकी पत्नी अल्का, मेरे साले मदनसिंह की बहू नत्थु कंवर, मदन सिंह की बेटी पूनम कंवर(भाग्य श्री) है। कानून इनकों सख्त से सख्त सजा दे। इन लोगों ने मुझे मेरे माता पिता व मेरी प्यारी सी बेटी हरिप्रिया से सदा के लिए अलग कर दिया। भगवान इनको कभी माफ नही करेगा। मेरी बेटी को शांतिकुन्ज हरिद्वार परम श्रद्धेया शैलजी जी के पास भेज दे। मेरी बेटी इन दुष्टों के पास कभी सुरक्षित नही रहेगी। सबूत के रुप में मेरी पत्नी द्वारा अपनी गलती स्वीकारने कि कोल रिकार्ड़िंग मैने अपलोड की है। भगवान ऐसी झूठी और धोखेबाज औरत किसी को ना दे। पुलिस अफसर वासुदेव वैष्णव व मेरी पत्नी से कड़ी पूछताछ करे, एवं सख्त से सख्त सजा दे। मेरे माता पिता को आखिरी प्रणाम, मेरी बेटी में ही मैं हूँ, उसका पूरा ख्याल रखना। “सत्य में हजार हाथियों का बल होता है।”
नोट1: मेरी डेड बॉडी का अंतिम संस्कार मेरी बेटी व मेरे माता पिता से करवाये।
नोट2: मेरी बाइक RJ22-BS-7454, के जीवन बीमा क्लेम राशि, मेरे खातों की जमा राशि चल-अचल संपत्ति मेरी बेटी हरिप्रिया के नाम करे। मेरी पत्नी को किसी प्रकार कि धनराशि एवं चल अचल संपत्ति में हिस्सा ना दे।