Junkie gourd juice! Softwear engineer dies ...
लौकी का जूस पीने के बाद 42 वर्षीय लेडी सॉफ्टेवयर इंजीनियर की मौत का मामला सामने आया है। 12 जून को लेडी सुबह करीब 5 किमी की वॉक के बाद घर लौटी थी। इसके बाद सुबह 9.30 बजे उसने लौकी का जूस पिया था। ऑफिस जाते समय रास्ते में कार में उसे उल्टियां होने लगीं, तो वो वापस घर लौटी। दोपहर को उसके पड़ोसी पास के एक निजी हॉस्पिटल ले गए। 4 दिन चले इलाज के बाद 16 जून की रात उसकी मौत हो गई। यह मामला अब मीडिया की सुर्खियों में आया है।
जैसा कि पति मयूर शाह ने मीडिया को बताया…
-‘गौरी एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करती थी। वो अपनी हेल्थ को लेकर काफी सजग थी। कुछ दिनों से वो लौकी, गाजर आदि का जूस भी पीने लगी थी। उसे डायबिटीज या ब्लड प्रेशर जैसी कोई बीमारी नहीं थी। 12 जून को जॉगिंग करने के बाद गौरी घर आई। उसने लौकी का जूस बनाकर पीया।’
-‘उस दिन मैं अपने काम के सिलसिले में बैंगलोर गया हुआ था। मुझे पड़ोसियों और फ्रेंड्स ने बताया कि गौरी अपने ऑफिस निकली, तो रास्ते में उसे कार के अंदर उल्टियां होने लगीं। वो वापस घर लौट आई। गौरी को मेरे फैमिली फ्रेंड डॉ. संजय कोलते के हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां गौरी का 4-5 दिन ट्रीटमेंट चला। लेकिन दुर्भाग्य से उसकी बॉडी में जहर फैल चुका था। 16 जून की रात उसकी मौत हो गई।’
उल्लेखनीय है कि 2011 में ‘इंडियन कौसिंल ऑफ मेडिकल रिसर्च’ की एक एक्सपर्ट कमेटी ने अपनी रिसर्च रिपोर्ट के बाद लोगों से अपील की थी कि लौकी के ऐसे जूस को पीने से बचें, जिसका स्वाद कड़वा या कसैला हो चुका हो।
‘अगर लौकी का जूस कड़वा हो, तो उसे नहीं पीना चाहिए। यह जहरीला हो जाता है। गौरी के मामले में भी यही हुआ। उसकी पूरी बॉडी में जहर फैल चुका था। ब्लड प्रेशर लो हो चुका था। किडनी-लिवर फेल हो चुके थे। आखिर में ब्रेन हेमरेज से उसकी मौत हो गई।’