Kairana By Election become a battle field of Kurukshetra
कैराना उपचुनाव।
कैराना लोकसभा उपचुनाव के कुरुक्षेत्र में अब सत्ता पक्ष और विपक्ष के लिए करो या मरो जैसे हालात बन गए हैं। कैराना में कहने को तो चुनाव में कुल 11 प्रत्याशी हैं लेकिन मुकाबला सीधे तौर पर सत्तापक्ष बनाम विपक्ष में ही हैं। कैराना में 28 मई को मतदान होना है।
बीजेपी ने कैराना से स्वर्गीय सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को प्रत्याशी बनाया है तो नूरपुर से स्वर्गीय विधायक लोकेन्द्र सिंह की पत्नी अवनी सिंह को उम्मीदवार बनाया है। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने समाजवादी पार्टी से कैराना की पूर्व सांसद तबस्सुम हसन को पार्टी में शामिल कर उन्हें कैराना से अपना प्रत्याशी बनाया है। दूसरी ओर राष्ट्रीय लोकदल की उम्मीदवार तबस्सुम हसन को यूं तो समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस का समर्थन मिल रहा है, लेकिन इन पार्टियों के बड़े नेताओं की अभी तक न तो यहां कोई सभा हुई और न ही किसी दल का कोई बड़ा नेता चुनाव प्रचार करने आया। आम आदमी पार्टी (आप) ने कैराना लोकसभा उपचुनाव में राष्ट्रीय लोक दल और नूरपुर विधानसभा उपचुनाव में सपा प्रत्याशी के समर्थन का ऐलान किया है।
कैराना उपचुनाव में प्रचार के आखिरी दिनों में लोक दल के उम्मीदवार कंवर हसन के RLD उम्मीदवार तबस्सुम हसन के पक्ष में बैठ जाने और समर्थन कर देने के बाद बीजेपी उम्मीदवार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जबकि गठबंधन की स्थिति और मजबूत हो गई है। लेकिन लोकदल ने चुनाव से अपने उम्मीदवार को बिठाए जाने की शिकायत चुनाव आयोग से की है।
गोरखपुर और फुलपुर लोकसभा सीट गंवा चुकी बीजेपी, कैराना और नुरपुर के उपचुनाव में हर फैसले में फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है। पहले के दोनों उपचुनावों में संगठन की कमजोरी सामने आई थी, जिसके बाद इस बार पार्टी ने पूरी तैयारी कर ली है।