केरल में सत्ताधारी सीपीएम कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी फिर सामने आई है। कोझिकोड में एक सीपीएम नेता ने पड़ोस में रहने वाली गर्भवती महिला को ऐसे लात मारी कि उसका गर्भपात हो गया। मामला 28 जनवरी का है, जब घर की चारदीवारी के विवाद में पड़ोसी और सीपीएम वर्कर सैय्यद अल्वी और छह अन्य सीपीएम कार्यकर्ता जोसना सिब्बी के घर में घुस आए और उनके पति के साथ मारपीट की। चार महीने की गर्भवती सिब्बी ने जब हमलावरों से पति को बचाने की कोशिश की और उन्हें रोकने लगी तो हमलावरों ने उसके पेट पर जोरदार तरीके से लात मार दी। इसके कुछ देर बाद ही सिब्बी को ब्लीडिंग होने लगा और पेट में दर्द होने लगा। परिजनों ने इसके बाद सिब्बी को नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने बताया कि जोरदार चोट की वजह से उसके प्लेसेंटा में खून का थक्का जमा हो चुका है। इसके बाद डॉक्टरों ने 2 फरवरी को सिब्बी का ऑपरेशन कर उसके चार महीने के मृत बच्चे को निकाल दिया। महिला का पांच साल का एक बेटा भी है।
पीड़ित महिला के मुताबिक आरोपी के साथ जमीन विवाद चल रहा था और आए दिन वो उसे, उसके पति और बच्चों को मारने-पीटने की धमकी देता रहता था। बतौर महिला घटना से पहले की रात भी आरोपी ने गाली-गलौच की थी। घटना के दिन जब आरोपी ग्रुप बनाकर आया तो महिला ने पुलिस को इसकी सूचना दी थी लेकिन पुलिस ने थाने में गाड़ी नहीं होने की बात कहकर तुरंत आने से मना कर दिया था।
इस घटना के बाद पीड़ित परिवार ने 2 फरवरी को थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सभी सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों के बीच जमीन और चारदीवारी का विवाद चल रहा था। इधर, अब पीड़ित परिवार का आरोप है कि उस पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है और धमकी दी जा रही है कि अगर केस वापस नहीं लिया तो महिला के पति का दोनों पैर काट दिया जाएगा। इस बीच, सीपीएम ने आरोपियों का संबंध उसकी पार्टी से होने से इनकार किया है।