Know some unheard of songs related to the Song Writer
रशोकि रमाकु अपना नाम बताने वाले किशोर कुमार अपनी अटपटी बातों को बड़ी ही चटपटी अंदाज में कहते थे। और गीतों की पंक्तियों को दांए से बाएं गाने में तो उन्होंने महारथ हासिल कर ली थी। जिनकी आवाज की जादू से अमिताभ महानायक हुए, राजेश खन्ना सुपरस्टार बने और देनआनंद सदाबहार हीरो कहलाए गए। और तीनों नायकों को महानायों का दर्जा दिलाने में किशोर कुमार का बहुत बड़ा हांथ था।
बारह साल की उम्र में गीत-संगीत में महारत हासिल करने वाले व रेडियो पर गाने सुनकर उनकी धुन पर छिरकने वाले किशोर कुमार फिल्मी गानों की किताब को इकट्ठा करके गीत गाते थे। इतना ही नही वो घर आए मेहमानो को भी अपना गीत सुनाने के बाद ईनाम की मांग करते थे।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि एक दिन अशोक कुमार के घर अचानक से संगीतकार सचिन देव बर्मन पहुँच गए थे जिसके बाद उन्होंने किशोर कुमार के गाने की आवाज सुनी। जिसके पश्चात सचिन-दा ने बचपन से मनमौजी रहने वाले किशोर कुमार को जीनियस गायक बना दिया।
आज भले ही किशोर दा हमारे बीच नहीं है पर उनके वो यादगार गाने जैसे- रूप तेरा मस्ताना, एक लड़की भीगी-भागी सी, ओ मेरी मैना, मेरे महबूब कयामत हो और सागर किनारे जैसे गाने आज भी गुनगुनाए जाते हैं। किशोर दा के ना जाने कितने गाने हैं जो हमेशा के लिए अमर हो गए हैं। 13 अक्टूबर 1987 को उन्होंने इस दुनिया से अलविदा ले लिया और हमारे पास अपनी यादें छोड़ गए।