Saturday, December 21, 2024
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जानिए अप्रैल फूल का इतिहास और क्यों मनाया जाता है ये…

SI News Today

अप्रैल महीने की पहली तारीख को दुनियाभर में अप्रैल फूल मनाया जाता है। इस दिन लोग एक-दूसरे को मूर्ख बनाते हैं। अप्रैल की पहली तारीख पर अमूमन लोग अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को मूर्ख बनाकर मजाक करते हैं। कोई फनी जोक्स एसएमएस करता है तो कोई प्रैंक खेलता है। हो सकता है आप भी इस दिन को खूब एन्जॉय करते हों। लेकिन आप इसके इतिहास के बारे में कितना जानते हैं? क्या आप जानते हैं कि आखिर क्यों 1 अप्रैल को ही ऐसा किया जाता है? तो चलिए आज बताते हैं आपको इसी से जुड़े दिलचस्प किस्से। इतिहासकार इस दिन के बारे में पुख्ता तौर पर तो कोई एक बात नहीं कहते लेकिन कई मजेदार किस्सों को इस दिन की वजह बताया गया है। इनमें सबसे मशहूर किस्सा, जिसे अप्रैल फूल की उपज बताया जाता है वह है जूलियन का जॉर्जियन कैलेंडर में बदले जाने का।

1582, में पोप ग्रीगरी XIII ने नया साल, मार्च महीने के अंत के बजाए 1 जनवरी से मनाने का ऐलान किया था। इस बदलाव के बाद भी यूरोप में कई लोग पुराने जूलियन कैलेंडर के अनुसार ही नया साल मना रहे थे क्योंकि उन्हें शायद इसकी जानकारी नहीं थी या फिर वे इसे अपनाना नहीं चाहते थे। ऐसे में जिन्होंने नया कैलेंडर अपनाया, उन्होंने उन लोगों को ‘fools’ यानी मूर्ख कहना शुरू कर दिया था जो पुराने कैलेंडर के हिसाब से चल रहे थे। कैलेंडर का यह बदलाव फ्रांस से शुरू हुआ था। हालांकि नया कैलेंडर दुनियाभर के देशों ने एक बार में ही नहीं अपना लिया गया था। इंग्लैंड ने इसे 1752 में अपनाया था। ऐसे ही 1 अप्रैल 1860 की कहानी बहुत मशहूर है। इस दिन लंदन के हजारों लोगों के घरों में पोस्ट कार्ड भेजकर यह सूचना दी गई कि आज शाम को टॉवर ऑफ लंदन में सफेद गधों को स्नान कराया जाएगा। आप सभी देखने के लिए आ सकते हैं, यह सब देखने के लिए कार्ड जरुर लेकर आएं। लेकिन उन दिनों किन्हीं कारणों की वजह से टॉवर ऑफ लंदन बंद था।

एक और किस्सा 1 अप्रैल 1915 का है। जर्मनी के लिले हवाईअड्डा पर एक ब्रिटिश पायलट ने विशाल बम फेंका। इसको देखकर लोग इधर-उधर भागने लगे, देर तक लोग छुपे रहे। लेकिन काफी समय बीतने के बाद भी जब कोई धमाका नहीं हुआ तो लोगों ने वापस लौटकर इसे देखा। जहां एक बड़ी फुटबॉल थी, जिस पर अप्रैल फूल लिखा हुआ था। साल 1945 में अप्रैल के पहले ही सप्ताह को अमेरिका की कौतुक समिति नामक संस्था ने राष्ट्रीय हास्य सप्ताह मनाने का फैसला किया। इसी तरह से और भी कई किस्से और कहानियां हैं। खैर, तो अब आप जानते हैं कि अप्रैल फूल की उपज आखिर क्या है!

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