Thursday, April 10, 2025
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जानिये 62 वर्ष की उम्र में 113 जुर्म करने वाली बशीरन डॉन की पूरी कहानी

SI News Today

Know the whole story of Bashiran Don, who commits 113 offenses at the age of 62

   

महिलाओं के प्रति भले ही आपके दिलों दिमाग में दया, करुणा, ममता व प्यार का भाव उमड़ता हो, लेकिन कुछ महिलाएं आज भी ऐसी हैं जिन्हें देखकर ये सारे भाव उत्पन्न होने के बजाय गुस्सा आता है। हमआपको बताने जा रहें हैं आज एक ऐसी महिला की कहानी जो इस समय पुलिस के गिरफ्त में है। दरअसल उस महिला का दक्षिणी दिल्ली का संगम विहार इलाका अपराध का गढ़ है। उस महिला का वहां पर इतना ज्यादा डर था कि वहां के लोगो के मुंह से संगम बिहार के बजाय संकट बिहार निकलता था। बता दें कि जुर्म की दुनिया में रहने वाली यह युवती अब जाके पुलिस के हत्थे चढ़ी है। दिल्ली के टॉप 5 बदमाशों की वांटेड लिस्ट में थी ये 62 वर्ष की बशीरन।

आपको बता दें कि इस युवती ने 45 साल की उम्र से ही जुर्म की दुनिया में अपना कदम रख दिया था। और तब से लेकर आज तक यह जुर्म करती हुई चली आ रही थी। इतना ही नही तभी से पुलिस भी लगी हुई थी उसको पकड़ने में। इस लेडी डान को उसके गैंगस्टर साथी मम्मी कहकर बुलाते थे। गौरतलब है कि इस महिला पर 113 आपराधिक मामले दर्ज हैं। दरअसल इसके ऊपर लूट, हत्या, फिरौती, अवैध रूप से शराब बेचने, झपटमारी और कॉन्ट्रैक्ट किलिंग से जुड़े अन्य कई केस दर्ज किए जा चुके हैं। ऐसे कोई जुर्म इस महिला से बचा हुआ नही था जो इसने न किया हो। सबसे ज्यादा हैरान कर देने वाली बात तो ये है कि यह महिला खुद तो अपराध करती ही थी साथ ही यह अपने बच्चों से भी करवाती थी। इस महिला के आठ बेटे हैं और सबके सब अपराधी हैं। उसने तो अपने बच्चों के साथ-साथ कई अन्य बच्चों को भी अपनी गैंग मे सम्मिलित कर लिया था। कई मामले दर्ज होने के बावजूद भी बशीरन पुलिस सेहमेशा बचती रही। इतना ही पुलिस ने बताया है कि वह पहले मोहल्ले के सैकड़ों बच्चों को नशे की लत लगवाती थी उसके बाद उन्हें अपनी गैंग से शामिल कर लेती थी। और जो भी उस दुनिया में कदम रख लेता था उसका वहां से निकलना मुश्किल हो जाता था।

इतना ही नही वहां के लोगो का कहना है कि उस डॉन महिला का इतना ज्यादा लोगों के अंदर भय था कि रात को 8 बजे के बाद कोई भी महिला रोड पर चलने से भी डरती थी। वह 18-12 वर्ष के बच्चों को अपना शिकार बनाकर अपने गैंग में शामिल करती थी। और वह बच्चों को नशा करना सिखाती थी और नशे में डूब जाने के बाद उन बच्चों को रिवाल्वर, चाकू व छूरा पकड़ाकर उनसे अपराध करवाती थी।  उसने तो दिल्ली के सरकारी पाइप लाइन में कब्जा कर रखा था। और अपने हिसाब से लोगो को पानी देकर पैसा वसूलती थी। उसका खौफ इतना ज्यादा था कि उसके सामने किसी की भी ऊंची आवाज में बात तक करने की हिम्मत नही होती थी। सही ही कहा जाता है कि पाप की घड़ी एक न एक दिन भरती जरूर है और यही वो वजह है कि आज पुलिस ने अपने काम को अंजाम दे दिया।

दरअसल बशीरन ने सितंबर में हत्या करने का एक कॉन्ट्रैक्ट लिया था और लेकर हत्या का अंजाम उसने जंगल में दिया था। उसके गैंग  ने हत्या करके जंगल में ही शरीर को जला दिया था। हां वो बात और है कि वो शव आधआ जला हुआ मिला था। जब मृतक की पहचान हो गई तो कुछ अपराधियों को गिरफ्तार भी किया गया था। पुलिस जांच के मुताबिक जानकारी प्राप्त हुई कि हत्या के पीछे किसी और का नही बल्कि बशीरन का ही हाथ है। जिसके बाद से पुलिस की तलाश जारी थी। वशीरन पुलिस की नजर से तो भागती रही लेकिन आखिर 17 अगस्त के पुलिस ने उसे संगम विहार उलाके से ही गिरफ्तार किया।

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