Know the whole truth about the women being Nude and beaten in the market in Behiya, Bhojpur, Bihar.
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बिहार के भोजपुर के बिहिया बाजार में हाल ही में कुछ दिनो पहले ही लोगों ने एक महिला को निर्वस्त्र कर उसके पीटते हुए पूरे बाजार में घुमाया गया था। उस गली के लोग बखूबी उस घटना से वाकिफ हैं लेकिन वहां का कोई भी व्यक्ति कैमरे के सामने बोलने को तैयार नहीं हैं।
जहां बिहिया में सावन के आखिरी सोमवार होने पर पंचमुखी शिवमंदिर में हरिकीर्तन का आयोजन किया गया था और भंडारा रखा गया था। सड़के दोनो तरफ बांस लगाया गया था जिससे लोगों के खाने का इंतजाम हो सके। शिव मंदिर के बगल वाली गली के रास्ते से पीड़ित महिला का घर है। गली से सीधे ही बिहिया रेलवे स्टेशन का प्लेटफार्म व रेल पटरियां है। आपको बता दे कि युवक शव पटरियों के किनारे ही मिला था। और जब लोगों को शव मिला तो वो आक्रोशित हो गए और गुस्से में आकर लोगों ने चांद महल को जला दिया। इमारत की दीवारों पर फटा हुआ बैनर है अब जिस पर लिखा है कि हलचल थियेटर ग्रुप, शादी-विवाह जैसे अवसर पर उपलब्ध।
सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि वहां के लोग आज आपस में बात करते हैं कि चांद महल रोज गुलजार रहता था और अब तो जलकर इतना काला हो गया है कि वह पहचान में ही नही आ रहा है। आपको बता दे कि ये चांद महल उसी पीड़ित महिला का घर है जिसको लोगों ने अपना निशाना बनाया और घर में घुसकर तोड़फोड़ भी किया। वहां का हर चीज जलकर राखकर राख हो गया है। खिड़कियों के शीशे चूर-चूर हो गए थे, घर का सारा सामान फेंक दिया गया थाऔर लोग खिड़कियों व उस टूटे हुए दरवाजे से झांक रहे थे। वहीं जब भोजपुर के पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार व जिला मजिस्ट्रेट संजीव कुमार अपने दल-बल के साथ मामले की जांच करने के लिए ‘चांद महल’ पहुंच तो उन्होंने घर के कोनो-कोनो में जाकर तहकीकात की। जब पुलिस ने बगल वाला दराजा खटखटाया तो कोई भी बाहर ही नही आया। तब उस पीड़ित महिला के बेटे ने कहा कि सब डरे हुए हैं जिस वजह से इधर-उधर चले गए हैं। और जैसे ही पुलिस वहां से गई लोग टाद महल के पास आकर बातें करने लगे। जानकारी के मुताबिक पता चला है कि उनमे में से ही एक व्यक्ति ने बताया कि एक बुजुर्ग ने देखा कि जैसे ही मालगाड़ी गुजरने वाली थी वैसे ही कुछ लोगों ने एक लाश को ट्रेन के पटरियों के बीच रख दिया। और मैंने तो सुना था कि वो लोग इसी घर में आए थे।
जब जांच की गई तो मृतक की जेब से एक पहचानपत्र मिला, जिससे ये पुष्टि हो पाई कि उसका नाम विमलेश कुमार शाह है और वह घर शाहपुर के दामोदरनगर का रहने वाला है। थोड़ी देर तक शांति थी और वहां पुलिस भी आ गई। तभी अचानक आधे घंटे बाद लगभग 300-400 लोगों को भीड़ आ गई और उस भीड़ ने तोड़फोड़ करना व साड़ी खींची, पेटीकोट खींचा और घसीट दिया। पर भीड़ इतनी ज्यादा तादात में भी कि वो कहां कंट्रोल में आने वाली थी। सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि लोगों में पहले से ही उस महिला के प्रति गुस्सा भरा हुआ था। उनका ऐसा आरोप है कि वो हलचल थियेटर व ऑर्केस्ट्रा ग्रुप की आड़ में देह व्यापार करती थी। दरअसल महिला के घर के सामने से लाश मिलना ही आग में घी डालने का काम हो गया। वह उनके गुस्से का शिकार हो गई। ये कहना भी गलत नही होगा कि वहां पर पुलिस की लापरवाही थी। क्योंकि अगर पुलिस चाहती तो वह महिला को बचा सकती थी। आपको बता दे कि यह जो हादसा हुआ है वह थाने और प्रखंड मुख्यालय के सिर्फ तीन सौ मीटर की दूरी पर ही है।
वहीं पीड़िता महिला के बेटे ने कहा कि वह सुबह ही घर लौटा था क्योंकि वह सावन के अंतिम सोमवार को ब्रह्मपुर जल चढ़ाने गया था। अचानक भीड़ ने घर के सामने शोर मचाना शुरु कर दिया और मेरी नींद जब खुली तो पता चला कि घर के बाहर शव मिला है। उसके आगे महिला के बेटे ने कहा कि मेरी मां अपनी बात कहती रह गई पर किसी ने उसकी एक नहीं सुनी। उसे घर से खींचकर बाहर घसीट लाए और सब मिलकर उस पर टूट पड़े। इतनी गंदी हरकत की। सरेआम मेरी मां की इज्जत लूट ली गई। आखिर क्या बिगाड़ा था मेरी मां ने उनका, पूरे बिहिया बाज़ार से पूछ लीजिए। सबके साथ उसके अच्छे रिश्ते थे। पुलिस और दुकानदारों के साथ मिल जुलकर रहती थी मेरी मां। वो मंदिर भी जाती थी और सोमवार को भी मंदिर गई थी। लौटने के बाद ये सब हादसा हो गया। उसके आगे उसे कहा कि हत्या की कड़ी से कड़ी जांच करा लीजिए, सीबीआई जांच बुला लीजिए। अगर मेरी मां दोषी साबित हुई तो उसे फांसीपर लटका दीजिए, लेकिन बिना सुबूत के लोगों ने मेरी के साथ इतनी गंदी हकरत कर दी।
वहीं पुलिस कस्टडी में उस युवती का मेडिकल टेस्ट कराया गया। और आरा सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक सतीश कुमार का कहना है कि उनकी हालत अब पहले से बेहतर है। अब वह बार-बार बेहोश नहीं हो रही हैं। फिलहाल उनकी पीठ पर अधिक चोट आई है पर डॉक्टरों की टीम है यहां। हमारे काउंसलर भी हैं यहां जो उन्हें घटना के मानसिक प्रभाव से बाहर निकालने में सहायता कर रहे हैं। अभी उन्हें इलाज की जरूरत है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक एसपी अवकाश कुमार का कहना है कि यह मामला हत्या का ही लगता है। क्योंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक गले पर चोट के गहरे निशान मिले हैं। ऐसा अनुमान है गला दबाकर युवक की हत्या की गई है। और इस मामले में पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
वहीं शाहपुर के दामोदरनगर में मृतक विमलेश के परिजनों के लिए बहरहाल स्थिति खराब है। अपने भाई की मौत की ख़बर सुनने के बाद छोटी बहन शोभा को दिल का दौरा पड़ा और मंगलवार को सुबह ही उसकी मौत हो गई। दरअसल पुलिस ने बताया कि हत्या की प्राथमिकी विमलेश के चाचा ने दर्ज कराई है। उनका कहना है कि विमलेश के पिता गणेश शाह और दूसरा भाई जोधपुर में हैं और मंगलवार शाम तक शाहपुर नहीं पहुंच सके थे। प्राथमिकी के मुताबिक विमलेश रविवार को अपने घर से कौशल विकास केंद्र में दाखिले से संबंधित काम के लिए निकला था। अगले दिन उसका शव बिहिया के ‘चांद महल’ के नज़दीक, रेल की पटरी के किनारे मिला था। आपको बता दे कि इस पारे मामले में अब तक तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज हो चुकी है। पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार ने बताया कि विमलेश के चाचा के बयान पर अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। इसके अतिरिक्त तीसरी एफआईआर उपद्रव मचाने, आगज़नी व तोड़फोड़ करने के मामले में सात नामजद और तीन सौ अज्ञात लोगों के विरुद्ध दर्ज की गई है।