हर साल लालू आवास पर मकर संक्रांति का पर्व धूम-धाम से मनाया जाता है. पिछले साल भी लालू यादव के सरकारी आवास 10 सर्कुलर रोड पर दो दिन तक दही-चूड़ा का भोज चला था. उस दौरान बिहार में महागठबंधन की सरकार थी और उस भोज में बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी सम्मलित हुए थे. उस दौरान लालू यादव ने दही का टीका लगाकर नीतीश का स्वागत किया था.
इस बार लालू यादव होटवार के बिरसा मुंडा जेल में बंद हैं, पर उनका दही-चूड़ा प्रेम जाग उठा है. आज लालू यादव डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित मामले में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश प्रदीप कुमार की अदालत में पेश हुए. इस दौरान उन्होंने जज से कहा कि मकर सक्रांति आ गया है. फ्री होते तो हम लोग सक्रांति के दिन चूड़ा-दही खाते, सर! लालू की इस बात पर जज ने कहा कि हम यहीं व्यवस्था करा देंगे. कितना दही चाहिए?
इसके बाद लालू यादव ने कहा कि यह विभाग तो हम यादव लोगों का ही है सर! रिहा होकर जाते तो आप को भी बुलाकर चूड़ा-दही खिलाते. आप हम लोग को रिहा करेंगे न सर? इस दौरान लालू यादव जज के समक्ष यह बार-बार आग्रह कर रहे थें कि जेल में उनसे मिलने वालों की संख्या 3 से बढ़ा दी जाए और कोर्ट आने में बहुत धक्का-मुक्की होता है इसपर भी ध्यान रखा जाए.
जिसके बाद जज ने कहा कि आप की सुरक्षा के लिए सभी लोग तैयार हैं. बोलिए कहां खाली कराना है? आप के कार्यकर्ता ही तो भीड़ लगाए रहते है. इसके बाद लालू यादव ने कहा कि हमलोग के साथ जेल में हार्डकोर जैसा व्यवहार होता है. यदि हमलोग को आप ही के कस्टडी में है कुछ होगा तो आप ही न जिम्मेदार रहिएगा. अभी तक आ रही खबर के अनुसार बताया जा रहा है को इस बार लालू यादव के आवास पर मकर संक्रांति का त्योहार नही मनाया जाएगा. लालू यादव के इकलौती बहन गंगोत्री देवी के निधन से पूरा परिवार सदमे में है, इसीलिए न तो इस बार मकर संक्रांति मनाई जाएगी और न ही दही-चूड़ा का भोज आयोजन किया जाएगा.