बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने आज यानी रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछली सरकारों पर लंबित परियोजनाओं को लेकर की गई टिप्पणी पर निशाना साधा. मायावती ने कहा कि परियोजनाओं के ‘अटके, लटके और भटके ‘ रहने की बात कहते हुए सरकारों की आलोचना करते समय प्रधानमंत्री को थोड़ी ईमानदारी का सबूत देना चाहिए. इस मामले में बीजेपी की भी कांग्रेस से कम भूमिका नहीं है. केंद्र के अलावा कई राज्यों में बीजेपी की सरकारें लंबे समय तक रही हैं.
उन्होंने कहा कि बीजेपी लोकसभा चुनाव समय से पहले इस साल के अंत में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ व राजस्थान विधानसभा के साथ करा सकती है. जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ्ती की सरकार को गिराकर बीजेपी इसकी भूमिका तैयार कर चुकी है. मायावती ने कहा कि संसद के मानसून सत्र मे मोदी सरकार को ‘अविश्वास प्रस्ताव’ का सामना करना है. लेकिन इससे बचने के लिए बीजेपी बजट सत्र को बाधित करने की भांति इस बार भी ऐसी ही नकारात्मक रणनीति बनाती दिखाई दे रही है.
मायावती द्वारा जारी एक बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आजमगढ़ व मिर्जापुर में कल और आज दिए गए भाषण को चुनावी जुगाड़ों वाला भ्रामक भाषण करार दिया गया. बयान में मायावती ने कहा कि कर्नाटक में साम, दाम, दंड, भेद समेत सभी तरह के हथकंडे अपनाने के बावजूद सरकार बनाने में सफल नहीं होने से बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व कुंठा व हताशा से ग्रसित प्रतीत होता है. इसी वजह से अपनी चुनावी राजनीति के लिए मैदान तैयार करने के क्रम में देश को जातिवादी व साम्प्रदायिक तनाव व हिंसा की आग में झोंकने का प्रयास सरकारी संरक्षण में लगातार कर रहा है.