Munger on a heap of AK-47, so many semi-constructed rifles recovered.
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बिहार के मुंगेर जिले में इन दिनों AK-47 आधुनिक हथियारों के लिए चर्चा में हैं। AK-47 मिलने के पश्चात से यहां पुलिस के होश उड़ गए हैं। वहीं, लगातार जांच व छापेमारी में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं। साथ ही AK-47 राइफल समेत उनके पार्ट्स भी बरामद किए जा रहे हैं। मुंगेर में एक बार फिर पुलिस ने 12 अर्धनिर्मित AK-47 बरामद किया है।
मुंगेर में एक माह में अब तक 20 AK-47 बरामद किए जा चुके हैं। आपको बता दें कि जांच में खुलासा हुआ था कि जबलपुर सीओडी से 60-70 AK-47 राइफल गायब किए गए हैं। वहीं, हथियारों की बरामदगी के लिए पुलिस मध्य प्रदेश, झारखंड, बंगाल और बिहार में फैले नेटवर्क को ध्वस्त करने में जुटी है। बताते चलें कि पुलिस ने अब तक एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार भी किया है। जिसमें महिलाएं भी सम्मिलित है।
बता दे मुंगेर पुलिस लगातार बिहार समेत अन्य राज्यों में छापेमारी कर रही है। इस दौरान पुलिस ने झारखंड के हजारीबाग से तनवीर आलम नाम के शख्स को गिरफ्तार भी कर लिया है। वहीं बरदह गांव में तनवीर के निशानदेही पर गुरुवार रात को फिर से छापेमारी करने पहुंची। इससे पहले भी बरदह गांव से ही 20 AK-47 बरामद किए थे।
तनवीर आलम ने पुलिस को बताया कि AK-47 राइफल को मो. इमरान और मो. शमशेर आलम को दिया गया था। उन्होंने सभी हथियार इरफान को दिया। जिसके बाद उसने बोरे में हथियारों को पैक कर कुएं में फेंक दिया। जब पुलिस ने निशानदेही पर सर्च किया तो कुएं से AK-47 के पार्ट्स बरामद किया गया।
जानकारी के मुताबिक पता चला है कि पुलिस जब मुंगेर में छापेमारी कर रही थी, तो तनवीर आलम भाग कर हजारीबाग चला गया और वहां पर वह एक कुरकुरे की फैक्ट्री में काम करने लगा। तनवीर का नाम जब उजागर हुआ तो पुलिस हजारीबाग पहुंची और फौरन ही उसे गिरफ्तार कर ली। बताते चले कि तनवीर आलम के पिता एजाजुल रहमान को भी पुलिस ने 12 सितंबर को बरदह गांव से गिरफ्तार किया था। उसके पास से भी दो डीडीवीएल गन बरामद की गई थी।
आपको बता दें कि मुंगेर में एक माह पहले जमालपुर स्थित जुबली वेल के पास से AK-47 राइफल बरामद किया गया था। और तभी इस सिलसिले की शुरुआत हुई। वहीं जब पुलिस ने इस बारे में जांच शुरू की तो लगातार नए-नए खुलासे होने लेगे। जिसमें मुंगेर के हथियारों के तार जबलपुर से जुड़े मिले। गौरतब है कि जबलपुर पुलिस ने भी खुलासा किया कि यहां सीओडी से AK-47 गायब हुई है।
खुलासे में यह भी पता चला था कि AK-47 नकस्लियों को भी बेचे गए हैं। वहीं, इससे कई वारदातों को अंजाम दिया गया है। इतना ही नही हाल ही में मुजफ्फरपुर में हुए पूर्व मेयर के हत्याकांड के तार भी इससे जुड़े होने की आशंका है, जिसकी जांच चल रही है। क्योंकि पूर्व मेयर समीर कुमार व उनके ड्राइवर की हत्या AK-47 से ही की गई थी। और इस बात की पुष्टि पुलिस ने भी की थी।
वहीं मुंगेर में जिस तरह से इस बात की पुष्टि हथियारों की बरामदगी हो रही है। लगता है कि मुंगेर एके-47 के ढेर पर बैठा है। और इसे AK-47 की मंडी बनाने की तैयारी की जा रही थी। हां वो बात और है कि पुलिस अब इसे असफल करने में जुटी हुई है।