Nikhil Handa used to befriend women!
आर्मी ऑफिसर अमित द्विवेदी की पत्नी शैलजा द्विवेदी की हत्या के आरोपी निखिल हांडा के बारे में एक के बाद एक कई खुलासे सामने आ रहे हैं. पुलिस जांच में पता चला है कि निखिल राय हांडा महिलाओं से दोस्ती करने के लिए सोशल मीडिया पर फेक प्रोफाइल का इस्तेमाल करता था. और ऐसे ही एक फेक प्रोफाइल के जरिए उसने शैलजा द्विवेदी से 2015 में दोस्ती की थी. उस समय वो श्रीनगर में पोस्टेड था.
दरअसल सोशल मीडिया पर उसके दो अकाउंट थे. असली अकाउंट में उसने खुद को आर्मी ऑफिसर बताया हुआ था. वहीं फेक उकाउंट में वो खुद को दिल्ली का बिजनेसमैन बताता था. पुलिस सुत्रों के मुताबिक जांच के दौरान पुलिस ने हांडा के पास से दो फोन बरामद किए जिससे उन्हें इस बारे में जानकारी मिली.
पुलिस के मुताबिक हांडा फेक अकाउंट के जरिए शैलजा के साथ-साथ दिल्ली की ही रहने वाली तीन महिलाओं के साथ भी कॉन्टैक्ट में था. वहीं पुलिस अब जल्द ही तीनों महिलाओं के बयान भी दर्ज करेगी.
रिपोर्ट के मुताबिक हांडा ने शैलजा को 6 महीनों के अंदर ही अपनी असली पहचान बता दी थी. इसके बाद उसका ट्रांसफर मेरठ में हो गया, मगर हांडा ने अपने अधिकारियों से रिक्वेस्ट की कि उसका ट्रांसफर नगालेंड के दीमापुर हो जाए जिससे वो शैलजा से बार-बार मिल सके. नगालेंड आते ही दोनों के बीच मुलाकात बढ़ गई. इसके बाद शैलजा ने हांडा को अपने पति से मिलवाया और अपने घर पर पार्टी के लिए इनवाइट भी किया.
3 हजार बार किया था कॉल
इससे पहले एक जांच में खुलासा हुआ था कि हांडा ने इस साल शैलजा को 3 हजार बार कॉल किया था. बता दें कि शैलजा का मर्डर करने से पहले मेजर ने दो चाकू लिए थे. जांचकर्ता ने बताया मेरठ जाते समय जैसे ही उसने टोल प्लाजा क्रॉस किया वैसे ही उसने दौराला के पास यू-टर्न लिया और वापस लौट आया. अपने भाई से मिलते समय वह बहुत शांत था और उसने अपने भाई से 20 हजार रुपए उधार लिए. हांडा मेरठ की जगहों के बारे में पहले से जानता था क्योंकि वह यहां पोस्टेड रहा था. उसने शैलजा के तीन फोन और छाते को अलग अलग जगह पर नष्ट किया था. जिसमें से एक फोन साकेत के पास मिल गया है.