PM Modi: Savarkar showed strength against the British!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (27 मई) को जवाहरलाल नेहरू को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी और वीर सावरकर की उनके इस योगदान के लिए प्रशंसा की कि उन्होंने इन दावों को खारिज किया कि 1857 की क्रांति केवल एक ‘सिपाही विद्रोह’ थी. प्रधानमंत्री मोदी ने आकाशवाणी पर प्रसारित अपने मासिक संबोधन ‘‘मन की बात’’ में कहा, ‘… आज 27 मई है. भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु जी की पुण्यतिथि है. मैं पंडित जी को प्रणाम करता हूँ. इस मई महीने की याद एक और बात से भी जुड़ी है और वो है वीर सावरकर.’
उन्होंने याद किया कि मई 1857 में भारतीयों ने अंग्रेजों के खिलाफ अपनी ताकत दिखायी थी. उन्होंने कहा, ‘दुःख की बात है कि हम बहुत लम्बे समय तक 1857 की घटनाओं को केवल विद्रोह या सिपाही विद्रोह कहते रहे. वास्तव में उस घटना को न केवल कम करके आँका गया, बल्कि यह हमारे स्वाभिमान को धक्का पहुँचाने का भी एक प्रयास था.’
उन्होंने कहा, ‘यह वीर सावरकर ही थे, जिन्होंने निर्भीक हो कर लिखा कि 1857 में जो कुछ भी हुआ वह कोई विद्रोह नहीं था, बल्कि आजादी की पहली लड़ाई थी.’ मोदी ने कहा कि सावरकर सहित लंदन के ‘इंडिया हाउस’ के वीरों ने वहां इसकी 50 वीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाई.
उन्होंने कहा कि सावरकर को उनकी बहादुरी और ब्रिटिशराज के खिलाफ़ उनके संघर्ष के लिए जाना जाता है, लेकिन इन सबके अलावा वे एक ओज़स्वी कवि और समाज सुधारक भी थे, जिन्होंने हमेशा सद्भावना और एकता पर बल दिया. सावरकर को ‘हिंदुत्व’ शब्द को गढ़ने का भी श्रेय दिया जाता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को ईद की भी शुभकामनाएं दी जो कि कुछ दिनों में मनायी जाएगी. उन्होंने कहा, ‘आशा करता हूँ कि ईद का त्योहार हमारे समाज में सद्भाव के बंधन को और मज़बूती प्रदान करेगा. सबको बहुत-बहुत शुभकामनाएँ.’