Rabindranath Tagore
त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देब कुमार एक बार फिर अपने बयान को लेकर सुर्खियों में हैं. इस बार रवींद्रनाथ टैगोर को दिए गए नोबल पुरस्कार को लेकर बोलने के दौरान उनसे हुई बड़ी गलती उनके ट्रोल होने की वजह बनी. लोगों ने घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया. ट्विटर पर लोगों ने बिप्लब देब को अपनी जानकारी सही करने का भी सुझाव दिया. बताया जा रहा है कि बिप्लब देब ने ये बयान उदयपुर में रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही थी. इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है.
बिप्लब देब ने कहा- टैगोर ने लौटाया था नोबल पुरस्कार
बिप्लब देब ने रवींद्रनाथ टैगोर की जयंति पर बोलते हुए कहा था कि, ‘रवींद्रनाथ टैगोर ने अंग्रेजोंं के विरोध में अपना नोबेल पुरस्कार लौटा दिया था.’ नोबल पुरस्कार को लेकर कही गई ये बात गलत है.
ये है सही तथ्य
रवींद्रनाथ टैगोर को साल 1913 में उनके कार्य ‘गीतांजलि’ के लिए स्वीडिश अकादमी द्वारा नोबल पुरस्कार से नवाजा गया था. जबकि उन्हें साल 1915 में ब्रिटेन सरकार द्वारा नाइटहुड की उपाधि से नवाजा गया था. साल 1919 में हुए जलियांवाला बाग हत्याकांड के बाद उन्होंने विरोध के रूप में अपनी नाइटहुट की उपाधि लौटा दी थी.
पहले भी हो चुके हैं ट्रोल
त्रिपुरा सीएम बिप्लब देब इससे पहले भी अपने बयानों को लेकर विवाद में रह चुके हैं. वे महाभारत काल में इंटरनेट और सैटेलाइट का दावा करने, डायना हेडन की इंडियन ब्यूटी न मानने, बेरोजगारों को पान की दुकान खोलने और गाय पालने की नसीहत देने, सरकार में दखल देने वालों के नाखून नोच लिए जाने जैसे बयानों के कारण ट्रोल हुए चुके हैं.