12 मई को कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चुनावों के मद्देनज कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी पूरे जोर शोर से मैदान में है। दोनों ही दलों के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज्य में ताबड़तोड़ जनसंपर्क कर रहे हैं। बुधवार को भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कई चुनावी कार्यक्रमों को संबोधित किया। इसी कड़ी में वह दवनागरे में प्रदेश के व्यापारियों से भी मिले। व्यापारियों से बातचीत में राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर बोला। राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार जन विरोधी नितियां बनाने में लगी हुई है। वो लोग किसी से सलाह मशवरा नहीं करते।
राहुल गांधी ने कहा कि मुझसे भी वो बस दुआ सलाम ही करते हैं। वो मुझसे हाय हैलो करते हैं बस। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के इसी रवैये को जीएसटी और व्यापार विरोधी नितियों के लिए जिम्मेदार बताया है। दरअसल राहुल गांधी ने जीएसटी को लेकर व्यापारियों से कहा कि कांग्रेस का आइडिया एक टैक्स स्लैब का था, जबकि बीजेपी ने कई टैक्स जोड़ दिए। राहुल ने पीएम मोदी पर अकेले सारे फैसले लेने के आरोप लगाते हुए कहा कि आप वन मैन शो की तरह देश नहीं चला सकते। इसी कड़ी में उन्होंने किसी भी कदम पर विपक्ष से बातचीत न करने का आरोप लगाया।
राहुल गांधी ने कहा, ‘सोनिया गांधी और मैं भारत के 20 फीसदी वोट शेयर का प्रतिनिधित्व करते हैं। लेकिन बताइए मोदी जी ने पिछले चार सालों में हमसे बात की है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘जब भी मनमोहन सिंह जी कोई फैसला लेते थे, तो आडवाणी जी से बात करते थे। क्योंकि आडवाणी जी लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं। जबकि पिछले चाल सालों में पीएम मोदी और मेरे बीच सिर्फ हाथ मिलाने, नमस्ते कहने और हाल-चाल पूछने भर बात होती है।’ राहुल गांधी ने आगे कहा कि यह बहुत ही हास्यास्पद है और ऐसा सिर्फ मेरे साथ ही नहीं, बल्कि हमारी पार्टी के दूसरे नेताओं के साथ भी होता है। यहां तक कि सभी विपक्षी नेताओं के प्रति भी उनका यही व्यवहार है।