कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि वो ऐसा भारत नहीं चाहते जो कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके विचारों से मुक्त हो. इसके साथ ही उन्होंने इस बात पर यकीन जताया कि एक देश में हर किसी की आवाज सुनी जानी चाहिए. डेक्कन हेराल्ड ने गुरुवार (3 मई) को यह जानकारी दी. अखबार के साथ एक साक्षात्कार में राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की राष्ट्रवाद की अवधारणा काफी कठिन है, जिसे देश की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी. उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रवाद की धारणा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से प्रेरित है.
राहुल गांधी ने डेक्कन हेराल्ड से कहा, ‘मैं कह रहा हूं कि भारत में भाजपा का विचार एक तथ्य है और मैं भाजपा मुक्त भारत नहीं चाहता.’ मैं उनके खिलाफ लड़ूंगा, मैं उन्हें पराजित करूंगा, लेकिन यह एक अभिव्यक्ति है और मैं मानता हूं कि सभी आवाजें सुनी जानी चाहिएं, मेरा असली मकसद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के विचारों की हिंसा, नफरत और शत्रुता से है.’
राहुल गांधी ने दावा किया कि भाजपा ने समाज में ध्रुवीकरण के जरिए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की. राहुल ने कहा, ‘पीएम मोदी जब सत्ता में आए, तो उन्होंने नौकरी देने, भ्रष्टाचार को दूर करने और किसानों की समस्या को मिटाने का वादा किया था. हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने सभी वादों को पूरा करने में नाकाम रहे.’ इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘2019 में देश की जनता सीधे तौर पर मिस्टर नरेंद्र मोदी से सवाल पूछेगी- मिस्टर मोदी, आपने हमसे तीन वादे किए थे और भी बहुत सारी बातें कही थीं, लेकिन वास्तव में कुछ भी नहीं हुआ.’
राहुल ने यह भी कहा कि कांग्रेस को पूरा यकीन है कि आगामी विधानसभा चुनाव के साथ-साथ लोकसभा चुनावों में पार्टी नाटकीय अंदाज में अपना वर्चस्व बढ़ाएगी. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने अपनी गलतियों पर काफी विमर्श किया है और पार्टी ने यह निर्णय लिया है कि 2014 लोकसभा चुनाव में मिली हार को दूर करेगी.