Sunday, January 12, 2025
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रंगोली को माना जाता है संपन्नता का प्रतीक, जानिए….

SI News Today

हिंदू धर्म में अनेकों धार्मिक और पौराणिक रीति-रिवाजों का पालन किया जाता है और इन्हीं में से शुभ अवसर पर रंगोली बनाना एक खास मान्यता है। दीवाली, नवरात्रि या अन्य किसी खास आयोजन पर रंगोली बनाना शुभ माना जाता है। उत्तर भारत में प्रमुख त्योहारों पर रंगोली बनाने के चलन प्रचलित है लेकिन दक्षिण भारत में हर दिन रंगोली बनाई जाती है और आंगन में निर्मित रहती है। रंगोली को लेकर कई तरह की मान्यताएं प्रचलित हैं जैसे भगवान की टूटी हुई मूर्ति कहीं भी नहीं फेंक दी जाती है, धार्मिक ग्रंथ को आम कागजों की तरह फेंक नहीं दिया जाता उसी तरह से रंगोली को हटाने के लिए भी कई तरह की परंपराएं प्रचलित हैं।

रंगोली शुभता और संपन्नता का प्रतीक मानी जाती है और सकारात्मक शक्तियों को घर में आकर्षित करती हैं। रंगोली का निरादर किया जाए तो वो अशुभ माना जाता है। रंगोली को झाडू या कपड़े से हटाया जाना वास्तु के अनुसार अशुभ माना जाता है। रंगोलील खराब हो जाए तो उसे जल की सहायता से हटाना शुभ माना जाता है। जल को हिंदू धर्म में पवित्र कार्यों में प्रयोग किया जाता है। माना जाता है कि रंगोली हटाना चाहते हैं तो उसे जल गिराकर हटाया जा सकता है। वास्तु के अनुसार ये घर की संपन्नता को दूर नहीं जाने देती है। फूलों वाली रंगोली को साफ करना आसान माना जाता है, उसके लिए पत्तियों को इकठ्ठा करने के बाद किसी पौधे में डाल देना चाहिए। इससे घर में सकारात्मकता का संचार हमेशा रहता है। वैसे तो रंगोली के रंगों को कई बार प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन घर या स्थान बदल रहे हों तो वास्तु के अनुसार हमेशा नए रंगों का प्रयोग करना ही शुभ माना जाता है।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार रंगोली को लेकर कई कथाएं प्रचलित मानी जाती हैं, एक कथा अनुसार माना जाता है कि एक राजा के पुरोहित के पुत्र की मृत्यु हो जाती है। ब्रह्मा जी राजा को कहते हैं कि वह लड़के का रेखाचित्र जमीन पर बनवा दें जिससे पुत्र की जान वापस की जा सके। इसी के बाद से रंगोली की शुरुआत हुई। इसी की तरह अन्य कथानुसार माना जाता है कि ब्रह्म देव ने आम के पेड़ से रस निकालकर जमीन पर बनी स्त्री की आकृति पर डाली और वहां एक अतिसुंदर स्त्री का जन्म हुआ और उसे ही उर्वशी की संज्ञा दी गई। पौराणिक ग्रंथों में जहां पर रामायण में सीता के विवाह मंडप की चर्चा दिखाई देती है वहां पर रंगोली का उल्लेख भी मिलता है।

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