भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी एसबीआई म्यूचुअल फंड ने अपनी कुछ योजनाओं को फिर से वर्गीकृत (कैटेगराइज) किया है. यह कदम अव्यवस्था को कम करने और विभिन्न म्यूचुअल फंड योजनाओं के प्रदर्शन की तुलना को सरल बनाने के लिए उठाया गया है.
इसके अतिरिक्त कंपनी ने मौजूदा निवेशकों को योजना से बाहर निकलने का विकल्प भी दिया है. यह कदम बाजार नियामक सेबी के निर्देशों के अनुपालन के प्रयास का एक हिस्सा है.
कंपनी ने निवेशकों को लिखे पत्र में कहा, ‘हमारी कुछ योजनाओं की विशेषताओं में बदलाव किए जाएंगे, जिसके परिणामस्वरूप एसबीआई म्युचूअल फंड की कुछ योजनाओं के मौलिक गुण में परिवर्तन होगा.’
जिन मौजूदा योजनाओं में बदलाव किया गया है, उनमें- मैगनम इक्विटी फंड, मैगनम मल्टीप्लायर फंड, इमर्जिंग बिजनेस फंड, एफएमसीजी फंड, आईटी फंड, फार्मा फंड और कॉर्पोरेट बांड फंड शामिल है.
फंड हाउस ने कहा कि योजना के प्रकार, निवेश उद्देश्य, परिसंपत्ति आवंटन और निवेश रणनीति में बदलाव किया है. साथ ही मौजूदा निवेशकों को यूनिट रीडिम (भुनाने) या उसको एक योजना से दूसरी योजना में हस्तांतरित करने का विकल्प बिना किसी एक्जिट लोड (शुल्क) के दिया गया है.