अगले महीने हो रहे गुजरात विधान सभा चुनाव में शिव सेना 50 से 75 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। शिव सेना के राज्य सभा सांसद अनिल देसाई ने गुरुवार (नौ नवंबर) को कहा, “हम गुजरात चुनाव लड़ेंगे। हमने अध्ययन कराय है और हम 50 से 75 सीटों पर केंद्रित कर रहे हैं। इन सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा जल्द हो जाएगी।” गुजरात में कुल 182 विधान सीटें हैं। राज्य में नौ दिसंबर और 14 दिसंबर को मतदान होगा। नतीजे 18 दिसंबर को आएंगे। देसाई शिव सेना नेताओं की टीम के साथ गुरुवार को अहमदाबाद में मौजूद थे।
शिव सेना पूर्व एनसीपी नेता हेमराज शाह को पार्टी में शामिल करके गुजरात में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश की है। वहीं मुंबई के शिव सेना पार्षद राजुल पटेल भी गुजरात में पार्टी के लिए उम्मीदवार चुनने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। देसाई ने कहा, “हम हिंदुत्व के मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगे। दूसरा मुद्दा विकास है जिसे हम आगे बढ़ाएंगे।” माना जा रहा है कि गुजरात विधान सभा चुनाव में ताकत आजमा कर शिव सेना भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर दबाव बनाना चाहती है।
शिव सेना इससे पहले भी महाराष्ट्र से इतर राज्यों में किस्मत आजमा चुकी है लेकिन उसे मुँह की खानी पड़ी है। इससे पहले शिव सेना ने दिल्ली विधान सभा चुनाव में उम्मीदवार खड़े किये थे लेकिन उसकी शर्मनाक हार हुई। दिल्ली निकाय चुनाव में शिव सेना ने 56 उम्मीदवार उतारे थे जिनमें से 55 की जमानत जब्त हो गयी थी। उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में भी शिव सेना का लगभग ऐसा ही हश्र हुआ था। महाराष्ट्र में बीजेपी और शिव सेना की गठबंधन सरकार है लेकिन दोनों के बीच तनातनी जारी रहती है।
अभी इसी हफ्ते महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिव सेना को चेतावनी देते हुए कहा कि वो ये साफ कर ले कि वो बीजेपी की साझीदार है या विपक्षी पार्टी की भूमिका निभाना चाहती है। दूसरी तरफ शिव सेना के अखबार सामना में बीजेपी को यही बात कही गयी कि वो तय कर ले कि उसे शिव सेना के साथ रहना है या नहीं।