Sushma Swaraj's decision in passport case was wrong: Nitin Gadkari
@SushmaSwaraj
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को सोशल मीडिया पर ट्रोल किए जाने के मामले में राजनाथ सिंह के समर्थन दिए जाने के बाद अब कैबिनेट मंत्री नितिन गडकरी भी उनके समर्थन में उतर आए हैं. गडकरी ने घटना को इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि जब ये फैसला लिया गया तो वो देश में नहीं थीं. उनका इस मामले से कोई संबंध नहीं है और यह फैसला भी गलत नहीं है.
हालांकि जब उनसे पूछा गया कि क्या वो सुषमा स्वराज को टारगेट करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने की सलाह दी है तो वो इस पर चुप रहे. बता दें कि कई अन्य नेताओं राहुल गांधी, महबूबा मुफ्ती, उमर अबदुल्ला भी विदेश मंत्री के समर्थन में आगे आए थे. लेकिन बीजेपी या सरकार की तरफ इन दो नेताओं के आलावा कोई और नेता सुषमा स्वराज के खुले रूप से समर्थन में नहीं आया. राजनाथ सिंह के बाद गडकरी दूसरे कैबिनेट मंत्री हैं जिन्होंने सुषमा स्वराज का समर्थन किया है. राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा था कि सुषमा स्वराज को ट्विटर पर ट्रोल किया जाना गलत था.
मालूम ही कि स्वराज को लखनऊ में पासपोर्ट सेवा केंद्र के अधिकारी विकास मिश्रा का ट्रांसफर किए जाने को लेकर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा था. विकास पर आरोप था कि उन्होंने कथित तौर पर एक अंतर-धार्मिक जोड़े को परेशान किया था. इसके बाद पति-पत्नी ने विदेश मंत्री को ट्वीट किया तो आरोपी अधिकारी विकास मिश्रा का ट्रांसफर गोरखपुर कर दिया गया और दोनों को पासपोर्ट जारी कर दिया गया.
जब ये घटना हुई तो सुषमा स्वराज यूरोप के दौरे पर थीं. इस मुद्दें को लेकर सुषमा स्वराज को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया था. उसमें से कुछ भद्दे और आपत्तिजनक ट्वीट को विदेश मंत्री ने रिट्वीट भी किया था. उन्होंने एक पोल भी पोस्ट किया और ट्विटर पर पूछा कि कितने लोग इस तरह के पोस्ट को स्वीकृति देते हैं. उनके पति और मिज़ोरम के भूतपूर्व गवर्नर स्वराज कौशल को भी ट्विट किया गया था, जिसमे उन्हें अपनी पत्नी सुषमा स्वराज की पिटाई करने की सलाह दी गई थी.हालांकि आरएसएस नेता राजीव तुली ने सुषमा स्वराज की आलोचना की थी और कहा था कि पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा को भी अपनी पक्ष रखने का मौका मिलना चाहिए था.