The impact of the shutdown did not take place on the second day: Kisan movement
राजधानी भोपाल में दूसरे दिन मंडियों में किसान आम दिनों की तरह ही सब्जी लेकर मंडी में पहुंचे. हालांकि कुछ किसानों के नहीं आने से आंशिक असर नजर आया. व्यापारियों का कहना है कि किसान सामान्य रूप से तो आ रहे हैं. लेकिन ज़िले के बाहर के किसान और कुछ स्थानीय किसान नहीं पहुंचने से 30 से 40 फीसदी का असर पड़ा है. हालांकि उनका कहना है कि आने वाले दिनों में ज़रूर सब्जियों के दाम बढ़ने की आशंका है.
वहीं किसान आंदोलन के लिए संवेदनशील माने जा रहे मंदसौर में गांव बंद का असर बेहद ही कम दिखाई दे रहा है. पहले दिन से ही किसान आंदोलन की हड़ताल का जिलेभर में आंशिक असर है. कई जगह सब्जी मंडी में सब्जियों की नीलामी चालू है
इससे पहले आंदोलन के पहले दिन ही फलों, सब्जियों और दूध की सप्लाई बंद करने की ख़बरों के बीच चहल-पहल शुरू हो गई है. इंदौर में पुलिस की सुरक्षा के बीच दूध की सप्लाई शहर में की जा रही है. प्लांट से निकलने वाले सभी वाहनों को पुलिस वाहनों के साथ ही शहर में भेजा जा रहा है.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में किसान बंद आंदोलन आज से शुरू हो गया है. मध्य प्रदेश के मंदसौर गोलीकांड के एक साल पूरे होने पर किसान संगठनों द्वारा गांव बंद का ऐलान हुआ था.