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विधायक ने श्मशान में गुजारी रात, खाया खाना! जानिए वजह…

The legislator spent the night in the crematorium, eaten food! Know the reason ...

हम भले अपने नेताओं को कितना भी भला बुरा कह लें, लेकिन इन जन प्रतिनिधियों में से कुछ ऐसे हैं, जो लोगों की हितों की रक्षा के लिए कुछ भी कर गुजरते हैं. आंध्रप्रदेश के ऐसे ही एक एमएलए ने लोगों के लिए पूरी रात न सिर्फ एक श्मशान में गुजारी बल्कि वहां खाना भी खाया. अब आप पूछेंगे कि विधायक के इस कदम से लोगों का क्या फायदा. तो आइए हम बताते हैं आंध्रप्रदेश के इन एमएलए की पूरी कहानी.

आंध्रप्रदेश के पश्चिम गोदावरी जिले में पालाकोल विधानसभा में टीडीपी के विधायक हैं निम्माला रामानायडु. शुक्रवार को अपनी विधानसभा के पालाकोल शहर के श्मशान घाट में रानानायडु ने न सिर्फ डिनर किया, बल्कि पूरी रात वहां पर सोकर भी गुजारी. रिपोर्ट के मुताबिक वह सुबह तब ही वहां से गए, जब वहां पर निर्माण कार्य शुरू हो गया. रामानायडु ने बताया दरअसल यहां का श्मशान घाट काफी सालों से बुरी अवस्था में है. अंतिम क्रिया कर्म के लिए यहां कोई भी सुविधा नहीं है. खासकर बरसात के दिनों में यह जगह एक दलदल में तब्दील हो जाती है. इस जगह पर निर्माण कार्य और कुछ मूलभूत सुविधाएं देने के लिए काफी बार पैसे सरकार की ओर से मंजूर किए गए, लेकिन कभी काम शुरू नहीं हुआ. इस जगह भूत प्रेतों का डर बताकर कई बार काम शुरू ही नहीं हुआ.

इसलिए विधायक रामानायडु ने उठाया ये कदम
रामानायडु ने बताया, ”यहां पर अंतिम संस्कार की कोई सुविधा नहीं है. यहां पानी की सुविधा भी नहीं है. जिससे लोग अंतिम संस्कार करने के बाद नहा सकें. ये जगह एक डंपिंग यार्ड में तब्दील हो चुकी है. इस जगह को नया रूप देने के लिए सरकार ने आठ महीने पहले 3 करोड़ रुपए आवंटित किए.”

रामानायडू ने कहा, हम इस जगह को आधुनिक बनाना चाहते हैं. यहां हम एक गार्डन एरिया भी विकसित करना चाहते हैं. इसके अलावा अंतिम संस्कार के लिए नया प्लेटफॉर्म भी बनाना चाहते हैं. बाथरूम सहित दूसरी सुविधाएं भी जुटाना चाहते हैं. हमने इसके लिए दो बार टेंडर जारी किए, लेकिन यहां काम शुरू नहीं हो सका. किसी तरह हमने एक ठेकेदार को काम के लिए तैयार किया, लेकिन उसके काम करने वाले मजदूरों ने यहां कुछ अनहोनी सी बातें देखकर भूत प्रेत के कथित डर से यहां काम करना बंद कर दिया. इस डर को उनके मन से निकालने के लिए मैंने शुक्रवार को ये सब किया. मेरा ये आइडिया काम कर गया. शनिवार को आधे वर्कर काम पर लौट आए. इसके बाद उन्होंने काम शुरू कर दिया. मुझे उम्मीद है कि बाकी के लोग भी यहां आकर जल्द काम शुरू कर देंगे.

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