गुरुवयुर के पास नेनमेनी में हुई राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक कार्यकर्ता की हत्या के मामले में मंगलवार सुबह तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। यह जानकारी पुलिस ने दी। 23 वर्षीय आनंदन 12 नवंबर को अपनी मोटरसाइकिल से जा रहा था तभी कार में सवार हमलावरों ने उसे टक्कर मारकर नीचे गिरा दिया और इसके बाद उसकी हत्या कर दी। गिरफ्तार हुए लोगों में फाजिल का भाई भी शामिल है जिसकी चार साल पहले हत्या की गई थी और आनंदन इस मामले में आरोपी था।
पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान फैज, कार्तिक और जितेश के रूप में की गई है। यह पूछने पर कि क्या तीनों माकपा कार्यकर्ता थे, अधिकारी ने कहा कि इसकी पुष्टि अभी तक नहीं हो सकी है। उन्होंने बताया कि उनसे पूछताछ जारी है। पुलिस ने मामले में शामिल तीन संदिग्धों के खिलाफ कल लुकआउट नोटिस जारी कर तफ्तीश शुरू की थी। भाजपा इस हत्या के लिए माकपा को दोषी ठहरा रही है, वहीं 12 नवंबर को मार्क्सवादी पार्टी ने बयान जारी कर इस मामले में अपनी भूमिका से इंकार किया था।
भाजपा ने विरोध जताने के लिए गुरुवयुर और मनालूर में हड़ताल की। भाजपा नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि पिछले साल मई में पी. विजयन की सरकार बनने के बाद से जिले में भाजपा/संघ के कार्यकर्ताओं की हत्या का यह तीसरा मामला है। उल्लेखनीय है कि ब्रह्मकुलम का रहने वाला मारा गया कार्यकर्ता 2013 में माकपा के एक कार्यकर्ता की हत्या के मामले में आरोपी था। भाजपा का यह भी आरोप है कि 2001 के बाद से केरल में उसके 120 कार्यकर्ता मारे जा चुके हैं जिसमें केवल कन्नूर में ही 84 मारे गए।
पार्टी का दावा है कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के पिछले साल सत्ता संभालने के बाद से इनमें से 14 लोगों की हत्या हुई है। माकपा हिंसा छेड़ने के लिए भाजपा और आरएसएस पर आरोप लगाती है। हालांकि, माकपा ने राजनीतिक हत्याओं में सरकार और पार्टी नेतृत्व की संलिप्तता से इंकार किया है।