पिछले 7 दिनों से बिना सेनापति के बीजेपी के चल रही राजस्थान बीजेपी को आज अपना प्रदेशाध्यक्ष मिल सकता है. राजस्थान के कई मंत्रियों और नेताओं ने दिल्ली में डेरा डाल दिया है. सूत्रों के मुताबिक, अमित शाह और संगठन महामंत्री रामलाल के बीच बैठक के बाद राजस्थान बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष के नाम की घोषणा होगी. राजस्थान के मंत्रियों और नेताओं ने संगठन महामंत्री रामलाल के सामने नए अध्यक्ष के नाम पर सुझाव दिए हैं.
रामलाल ने दिया भरोसा कहा सबकी सहमति से अध्यक्ष का चयन होगा. मंत्रियों में रामप्रताप, यूनुस खान,प्रभुलाल सैनी,अजय किलक,सुरेंद्रपाल सिंह ने दिल्ली दरबार में दस्तक दी. हेम सिंह भड़ाना, राजकुमार रिणवां और राजपाल सिंह शेखावत भी पहुंचे दिल्ली. गौरतलब है कि अशोक परनामी ने कामकाज में व्यस्तता का हवाला देते हुए गत बुधवार को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. राजस्थान में तीन विधानसभा सीटों पर हाल ही में हुए उपचुनावों में बीजेपी उम्मीदवारों की हार के बाद से परनामी को हटाने की चर्चा चल रही थी.
उधर, प्रदेशाध्यक्ष के नाम की घोषणा न होने से बीजेपी में होने वाली बैठकें, जनसुनवाई, मंत्री समूह की बैठक,मंत्रियों की प्रेसवार्ता पिछले सात दिन से बंद पड़ी है. संगठन के कार्य भी बिना सेनापती के प्रभावित हो रहे हैं. 7 दिन बाद आज बीजेपी मुख्यालय में मंत्री बाबूलाल वर्मा ने जनसुनवाई की. मंत्री वर्मा ने कहा की जल्द ही राष्ट्रीय नेतृत्व फैंसला करेगा जब तक पार्टी के सभी कार्यकर्ता मिलकर काम कर रहे हैं. वहीं जनसुनवाई में फरियादियों की भीड़ देखने को मिली मंत्री बाबूलाल वर्मा ने कहा की जनसुनवाई में पंचायतीराज, गृह विभाग से जुड़ी कुछ समस्याएं आई हैं जिनके समाधान के लिए संबंधित विभाग को समस्या निस्तारण के ओदश दिए गए हैं.
गजेंद्र शेखावत के नाम पर फंसा पेच
सूत्रों के मुताबिक, मोदी सरकार में कृषि राज्य मंत्री और जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम सबसे ऊपर है. केंद्रीय नेतृत्व भी उन्हें प्रदेशाध्यक्ष बनाने के पक्ष में है. देखना होगा कि इसमें वसुंधरा राजे की कितनी सहमति मिल पाती है. उधर, शेखावत को प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी सौंपकर पार्टी राजपूतों की नाराजगी को दूर करने की फिराक में है.
राजेन्द्र राठौड़ का नाम चर्चा में
खबरों में प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ का नाम भी चल रहा है. अपने निर्वाचन क्षेत्र चुरू में अपने जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि इस कार्यक्रम को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर नहीं देखा जाए. “मैं पार्टी का छोटा कार्यकर्ता हूं और कार्यकर्ता ही रहना चाहता हूं.” इस कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, राजस्थान के कैबिनेट मंत्री डॉ अरूण चतुर्वेदी, प्रभुलाल सैनी मौजूद रहे. राठौड़ ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पद पर नियुक्ति को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की.