गुवाहाटी: पूर्वोत्तर राज्यों में ‘ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे’ (जीएटीएस) की क्षेत्रीय रिपोर्ट में यह सामने आया है कि देश में 2009 से 2017 के बीच यूं तो तंबाकू के इस्तेमाल में कमी आई है लेकिन असम, त्रिपुरा और मणिपुर में तंबाकू का इस्तेमाल बढ़ा है. रिपोर्ट के अनुसार असम और त्रिपुरा में सिगरेट या बीड़ी की बजाए खैनी का चलन काफी बढ़ा है जबकि देश भर में खैनी का उपयोग 25.9 प्रतिशत से घट कर 21.4 प्रतिशत पर आ गया है. सिक्किम में इसमें काफी गिरावट आई है वहीं मिजोरम, मेघालय और नगालैंड में इसमें मामूली इजाफा हुआ है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी राज्यों में कार्यक्षेत्रों में सैकंड हैंड (एसएचएस) एक्पोजर काफी कम हुआ है लेकिन असम से यह तीन प्रतिशत तक बढ़ा है.
जब सभी राज्यों में तंबाकू के इस्तेमान में कमी आई है तो असम में तंबाकू का इस्तेमाल 39.3 प्रतिशत से बढ़ कर 48.2 प्रतिशत हो गया. त्रिपुरा में 55.9 से बढ़ कर 64.5 प्रतिशत और मणिपुर में 54.1 से बढ़ कर 55.1 प्रतिशत हो गया है.
असम के स्वास्थ मंत्री हेमंत बिस्व सर्मा ने रिपोर्ट जारी करने के कार्यक्रम के दौरान कहा कि जीएटी की खोज पूर्वोत्तर राज्यों में तंबाकू के इस्तेमाल पर महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराती है और इससे असम और हमारे क्षेत्रों में तंबाकू नियंत्रण नीति एवं निरोधक कार्यक्रमों को मजबूत करने में मदद मिलेगी.