Friday, April 11, 2025
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कौन हैं 11 हजार करोड़ के घपले में फंसे नीरव मोदी, जानिए…

SI News Today

हीरे जैसी खासियत उनके DNA में भी है। पत्थर के अंदर छिपी डिजाइन को ये शख्स ऐसे निखारता और संवारता है, जैसे मूर्तिकार के हाथ में आकर मिट्टी कुछ ही घंटों में सुंदर आकृति में तब्दील हो जाती है। गुजरात का ये हीरा व्यापारी डायमंड के बिजनेस का शहंशाह है। तब ग्लोबलाइजेशन भारत के दरवाजे पर दस्तक ही दे रहा था, लेकिन इस जौहरी ने भारत में डायमंड मार्केट की संभवानाओं का अंदाजा लगा लिया था। 1990 में ही यह शख्स प्रीमियम कस्टमर को उनकी जरूरतों के मुताबिक हीरा सप्लाई करने लग गया था। रंग, वजन, साइज, डिजाइन के साथ आपको हीरे की जो भी किस्में चाहिए आप बताइए, डिलिवरी आपके डायनिंग रूम में होगी। पंजाब नेशनल बैंक में 11 हजार 400 करोड़ के घोटाले के बाद सुर्खियों में आए डायमंड बिजनेस टायकून नीरव मोदी (46 साल) लग्जरी ब्रांड की दुनिया में जाना-माना नाम हैं। 90 के दशक में इन्होंने भांप लिया था कि कुछ ही सालों में हीरे की कटाई, घिसाई और पॉलिश के बिजनेस का केंद्र यूरोप से हिन्दुस्तान आने वाला है। इस जौहरी की ये परख सही थी। जब कुछ साल बाद गुजरात का सूरत और महाराष्ट्र का मुंबई दुनिया के हीरा व्यवसाय का केंद्र बन गया तो इन्होंने खूब मलाई काटी।

आज 5 लाख से लेकर 50 करोड़ के हीरे के नग इनकी कंपनी बेचती है। इन्होंने अपने प्रोडक्ट को बेचने के लिए रोमानियाई मॉडल एंड्रिया डाइकोनू और ब्रिटिश मॉडल रोजी व्हाइटले को हायर किया है। यही नहीं, अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा उनकी कंपनी की ब्रांड एंबेसडर हैं। नीरव मोदी की कंपनी के बनाये गये गहने को ऑस्कर्स और गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड के दौरान भी पहना गया है। 2017 में फोर्ब्स ने जब भारत के अरबपतियों की लिस्ट जारी की तो इसमें नीरव मोदी का 85वां नंबर था। नीरव मोदी इस वक्त नीरव मोदी चेन ऑफ डायमंड जूलरी रिटेल स्टोर के संस्थापक और क्रिएटिव डायरेक्टर हैं, इसके अलावा वह फायरस्टार इंटरनेशनल के चेयरमैन भी हैं। यह कंपनी नीरव मोदी के चेन स्टोर की पेरेंट कंपनी है। फोर्ब्स के मुताबिक, 2017 में फायरस्टार की आय 2.3 बिलियन डॉलर थी।

नीरव मोदी के पिता भी हीरे के व्यापार से जुड़े थे और वह दुनिया में हीरा व्यवसाय के केन्द्र के रूप में मशहूर बेल्जिमय के एंटवर्प शहर में धंधा करने चले गये थे। लेकिन नीरव मोदी को कुछ और की तलाश थी। वह मुंबई लौट गये और अपने मामा मेहुल चौकसी से इस बिजनेस की बारीकियां सीखीं। अमेरिका के मशहूर वार्टन स्कूल से बीच में ही पढ़ाई छोड़ने वाले नीरव मोदी अपनी डिजाइनिंग क्षमता को धार देने के लिए कई देशों में भटके, तब जाकर वह इस कौशल में निपुण हुए। इन्हें पहली कामयाबी तब मिली, जब 2010 में इनकी डिजाइन की गई गोलकोंडा हीरों का 12.29 कैरेट का एक नेकलेस 35.60 लाख डॉलर (लगभग 16 करोड़ रुपये) में बिका। इसके बाद तो इन्होंने फिर मुड़कर नहीं देखा। हालांकि, 2005 में ही नीरव मोदी अपनी कंपनी से सात गुणा बड़ी अमेरिकी कंपनी को खरीद चुके थे। नीरव मोदी अपनी कंपनी में सलाहकार के रूप में फेसबुक की कंट्री हेड कृतिका रेड्डी की सेवाएं ले चुके हैं। पंजाब नेशनल बैंक का घोटाला उजागर होने के बाद इनके बिजनेस साम्राज्य की नींव पर दबाव बढ़ा है। अब देखना होगा कि इस मामले में सीबीआई की जांच किस दिशा में जाती है।

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