बीजेपी के स्थापना दिवस के दौरान बीजेपी एक ओर जहां 2019 में दलितों को साधने के लिए बूथ स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने की आयोजलना बनाई है। लेकिन दूसरी तरफ बीजेपी के दलित सांसदों की नाराजगी जताई है। रॉबटर्सगंज लोकसभा सीट से दलित सांसद छोटेलाल खरवार के बाद अब इटावा से बीजेपी सांसद अशोक दोहरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है।
सांसद अशोक दोहरे ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर कहा कि 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान उत्तर प्रदेश व अन्य प्रदेश सरकारों द्वारा एससी वर्ग के लोगों पर अत्याचार करने और झूठे मुकदमों में फसाने का आरोप लगाया है। साथ ही कहा है कि पुलिस ने निर्दोष लोगों को उनके घर से निकालकर मारपीट की और जातीसूचक शब्दों का प्रयोग किया। बता दें कि इनसे पहले भी बीजेपी के कई सांसद सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर कर चूके है। रॉबर्ट्सगंज लोकसभा सीट से दलित सांसद छोटेलाल खरवार ने भी पीएम को लेटर लिखककर नाराजगी जाहिर की है। छोटेलाल ने पत्र लिखकर दो शिकायते की है। उन्होंने लिखा प्रदेश में जब अखिलाश सरकार थी उस वक्त 2015 में नौगढ़ वन क्षेत्र में अवैध कब्जे की शिकायत मुख्यमंत्री के अलावा कई लोगों से की लेकिन कार्रवाई नहीं की गई और आधिकारियों ने उनके घर को वन क्षेत्र में डास दिया।
दूसरा मामला बीजेपी सरकार बनने के बाद का है। उन्होंने लिखा मेरे भाई के खिलाफ सपा की तरफ से अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। इसके बाद वोटिंग के वक्त एक साथ कई लोग आए और मेरी कनपटी पर रिवॉल्वर रक दी। साथ ही जजातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। सांसद ने ये भी कहा कि कुछ लोग उनके खिलाफ टिकट काटने की साजिश भी कर सकते है। साथ ही कहा कि मैं पार्टी से नाराज हूं इसलिए मैंने प्रधानमंत्री को लिखकर दिया है।