बिहार में अब एक बार फिर राज्य की पुलिस चर्चे में है और उसपर गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप है कि यहां पुलिस ने एक छात्र को तीन दिन तक लॉकअप में बंद रखा और उसकी पिटाई भी की। छात्र का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने वर्दी वालों से अंग्रेजी में सवाल पूछ दिया था। जी हां, यह पूरा मामला है बिहार के खगड़िया जिले के चौथम थाने का। दरअसल चौथम थाने की पुलिस इंदल कुमार नाम के शख्स को हिरासत में लेकर उन्हे थाने में पूछताछ के लिए लाई थी।इलाके में मोटर साइकिल चोरी की घटनाएं इन दिनों काफी बढ़ी हुई हैं। इंदल कुमार से इसी सिलसिले में पूछताछ करने के लिए पुलिस ने उसे हिरासत में लिया था।
इंदल को हिरासत में लिये जाने की खबर जैसे ही उनके भांजे अभिषेक को लगी अभिषेक तुरंत थाने में पहुंच गया। अभिषेक का कहना है कि उसने थानेदार मुकेश कुमार से अंग्रेजी में पूछ लिया कि ‘व्हाट इस द रीज़न बिहाइंड डिटेंशन’। बस इसी बात पर थानेदार साहब को गुस्सा आ गया। गुस्साए थानेदार बाबू ने मुझसे से कहा कि तुम्हे ज्यादा अंग्रेजी आती है और फिर मेरी पिटाई शुरू कर दी। इसके बाद मुझे हिरासत में ले लिया गया। तीन दिन तक लॉकअप में रखने के दौरान उसकी पिटाई भी की गई। इधर इस घटना की जानकारी मिलने के बाद अभिषेक के परिजन थाना पहुंचे। परिजनों का कहना है कि थानेदार मुकेश कुमार ने पीआर बॉन्ड भरा कर उनके बेटे को छोड़ा।
थाना से छूटने के बाद अभिषेक को उसके परिजनों ने सबसे पहले अस्पताल में भर्ती कराया। परिजनों का कहना है कि भिषेक के शरीर पर पिटाई के कई निशान हैं। हालांकि अब इस मामले के उजागर होने के बाद खगड़िया पुलिस सफाई देने में जुटी है। पुलिस का कहना है कि इलाके में बाइक चोरी की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं और कुछ लोगों को इसी सिलसिले में पूछताछ के लिए थाने में लाया गया था। इस दौरान ना तो किसी से मारपीट की गई है और ना ही उनसे पैसा लिया गया है।