पटना: देश में चर्चित चारा घोटाला के एक मामले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद भले ही जेल में बंद हों, परंतु उनके ट्विटर हैंडल से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर लगातार निशाना साधा जा रहा है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के ट्विटर हैंडल से सोमवार (8 जनवरी) को एक ट्वीट में भाजपा पर निशाना साधते हुए लिखा गया, “लालू चोर होता तो जेल में नहीं, भाजपा (बीजेपी) में होता.” वैसे यह कोई पहली बार नहीं है कि लालू ट्विटर द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर निशाना साध रहे हैं. उल्लेखनीय है कि अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद लालू ने ट्वीट कर लोगों को यह संदेश दिया था कि वे जेल में रहने के बावजूद लोगों से ट्विटर के माध्यम से संदेश देते रहेंगे. उनका ट्विटर हैंडल का कार्य उनके परिवार के लोग और उनके कार्यालय के लोग करेंगे.
रांची की एक सीबीआई अदालत ने नौ सौ पचास करोड़ रुपये के चारा घोटाला में देवघर कोषागार से 89 लाख, 27 हजार रुपये की अवैध निकासी के मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजद प्रमुख लालू प्रसाद को साढ़े तीन वर्ष की कैद एवं दस लाख जुर्माने की शनिवार (6 जनवरी) को सजा सुनाई थी. अदालत ने लालू के दो पूर्व सहयोगियों लोक लेखा समिति के तत्कालीन अध्यक्ष जगदीश शर्मा को सात वर्ष की कैद एवं बीस लाख रुपये के जुर्माने एवं बिहार के पूर्व मंत्री आर के राणा को साढ़े तीन वर्ष की कैद एवं दस लाख जुर्माने की सजा सुनायी. अदालत ने सजा की घोषणा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की और सभी अभियुक्तों को बिरसामुंडा जेल में ही वीडियो लिंक से अदालत के सामने पेश कर सजा सुनायी गयी थी.
लालू इन धाराओं में दोषी
लालू यादव को अदालत ने भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी, 420, 467, 471 एवं 477ए के तहत जहां साढ़े तीन वर्ष कैद एवं पांच लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनायी वहीं उन्हें भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (पीसी एक्ट) की धारा 13 (2) के तहत 13(1) सी एवं डी के आधार पर दोषी करार देते हुए भी अलग से साढ़े तीन वर्ष की कैद एवं पांच लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनायी. अदालत ने बाद में स्पष्ट किया कि लालू की दोनों सजायें एक साथ चलेंगी. जुर्माना न अदा करने की स्थिति में लालू यादव को छह माह अतिरिक्त जेल की सजा काटनी होगी.